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हेमा मालिनी की तरह रोड़ चमका देने का था
इलाके की ग्राम पंचायत लिखमा का बास के गांव बुच्यासी से पचार जाने वाली करीब सात किमी की जर्जर सडक़ के डामर की बनवाने की मांग को जब तत्कालीन और वर्तमान दांतारामगढ विधायक ने पूरा नहीं किया तो लोगों ने सडक़ पर हेमा मालिनी रोड नाम का बोर्ड लगा दिया। ग्रामीणों ने बताया कि कुछ वर्षों पहले विधानसभा चुनाव से पहले जनप्रतिनिधि ने वादा किया था कि सडक़ को हेमा मालिनी की तरह बनवा देंगे।
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लेकिन 15 साल से बाद भी सडक़ नहीं बनी। इसके बाद वर्तमान विधायक विरेन्द्र सिंह को अवगत कराया। उन्होंने भी वादा किया था कि कांग्रेस की सरकार बनते ही सडक़ का निर्माण हो जाएगा। लेकिन, वह भी पूरा नहीं हुआ। ग्रामीणों ने बताया कि टूटी सडक़ पर जलभराव के चलते आवागमन में परेशानी होती है।