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जरा सी बारिश 50 गांवों पर पड़ रही भारी, रेलवे और नगर पालिका एक दूसरे पर फोड़ रहे ठीकरा

locationसीकरPublished: Jun 14, 2018 12:38:18 pm

Submitted by:

vishwanath saini

कस्बे में मण्डावा मार्ग व नवलगढ़ मार्ग पर बने रेलवे अण्डरपास सुविधा की बजाएं दुविधा दे रहे है।

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जरा सी बारिश 50 गांवों पर पड़ रही भारी, रेलवे और नगर पालिका एक दूसरे पर फोड़ रहे ठीकरा

फतेहपुर. कस्बे में मण्डावा मार्ग व नवलगढ़ मार्ग पर बने रेलवे अण्डरपास सुविधा की बजाएं दुविधा दे रहे है। जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों की उदासीनता अब जनता पर भारी पड़ रही है। हल्की बारिश में दोनों अंडरपास में पानी भर जाता है, इससे 50 से अधिक गांवों के लोगों का शहर से संपर्क कट सा जाता है। छोटी गाडिय़ों में सवार फिर भी अन्य रास्तों से शहर पहुंचते हैं, लेकिन बस और ट्रक का आवागमन बंद हो जाता है।उधर रेलवे और नगर पालिका एक दूसरे पर ठीकरा फोड़ रहे हैं। रास्ते के लिए प्रशासन की ओर से कोई पत्र तक रेलवे को नहीं भेजा गया है। जानकारी के अनुसार आमान परिवर्तन के दौरान रेलवे ने मण्डावा व नवलगढ़ मार्ग पर अंडरपास का निर्माण किया, रेलवे के अनुसार यह पानी निकासी के नाले हैं। इसका उन्होंने बोर्ड भी लगा रखा है। जब पानी भरता है तो इसमें से नहीं जाने की भी चेतावनी दे रखी है। ऐसे में पानी भरे होने की स्थिति में यातायात बंद है। पानी भराव के कारण आवागमन बंद हो जाता है तो जिम्मेदारी रेलवे की नहीं है। कुछ ऐसे ही हालत नवलगढ़ पुलिया के हैं। दोनों पुलिया के अलावा इन रेलवे लाइन के पार जाने के लिए भारी वाहनों के निकलने का यह एक मात्र रास्ता है।


नगर पालिका के अधिकारियों का कहना है कि रेलवे की जमीन है, हम पानी निकासी की व्यवस्था कैसे करे। नवलगढ़ पुलिया के पास पानी निकासी के लिए डैम बना रहे थे, रेलवे ने अपनी जमीन होने का हवाला देकर कार्य रुकवा दिया। ऐसे में हम पानी निकासी कैसे करें। मण्डावा पुलिया के पास पहले हम रेलवे की जमीन पर पानी निकासी करते थे, अब रेलवे ने दीवार बनाकर भराव कर दिया। ऐसे में उस पानी के निकासी की कोई जगह नहीं है। उधर, रेल अधिकारियों का कहना है कि उक्त अण्डरपास पानी निकासी के लिए छोड़े गए है। हमने बुधगिरी मण्ढी के पास अंडरपास बनाया है उसमें पानी नहीं भरता है। अगर भरता है तो उसे निकालने की जिम्मेदारी हमारी है। आवागमन के लिए फाटक दे रखा है व एक अंडरपास है।


यात्री होते हैं परेशान
मंडावा पुलिया में पानी भराव से ज्यादा समस्या होती है। खेतड़ी से बीकानेर जाने वाली बसें फतेहपुर तक आती है। फतेहपुर में यात्रियों को बसे चेंज करवाई जाती है। दिल्ली से लाडनू आने वाले हरियाणा रोडवेज फतेहपुर में पुल के पास आकर रुक जाती है। दूसरे दिन वो यही से वापस चलती है। ऐसे में विदेशी सैलानियों सहित अन्य सभी लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता हैं। लेकिन उसके बाद भी कोई समाधान नहीं निकल रहा है। एसडीएम से लेकर प्रशासन को इसकी सुध लेने के लिए समय तक नहीं हैं।

 


क्यों चुप थे जनप्रतिनिधि और अधिकारी
फतेहपुर में रेलवे का आमान परिवर्तन कार्य के दौरान मण्डावा व नवलगढ़ मार्ग पर रेलवे ने अंडरपास बनाया। लेकिन इसे पानी निकासी का नाला ही बता दिया। जब ऐसी स्थिति बनी तो जनप्रतिनिधि व अधिकारियों ने आवाज नहीं उठाई। हालात यह फतेहपुर से मंडावा, झुंझुनूं व दिल्ली, नवलगढ़, साइड जाने के लिए इन दोनों पुलिया के अलावा अन्य कोई मार्ग नहीं है। जिस समय कार्य चल रहा था उस समय किसी ने इनको अंडरपास बनाने की मांग नहीं उठाई। अगर अंडर पास बनता तो रेलवे की जिम्मेदारी होती पानी निकासी की।

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