सबसे बड़ी जीत: लक्ष्मणगढ़ से डोटासरा को मिली
सीकर जिले में सबसे लंबी जीत लक्ष्मणगढ़ से कांग्रेस प्रत्याशी गोविन्द सिंह डोटासरा ने हासिल की। यहां से डोटासरा ने 22052 मतों से जीत हासिल की है। वह मतणगना के ज्यादातर दौर में आगे रहे। इस बार डोटासरा की दिनेश जोशी से खासी टक्कर मानी जा रही थी। लेकिन इस बार जीत का अंतर काफी बढ़ गया।
सबसे छोटी जीत: 860 से जीते हाकम अली
फतेहपुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी हाकम अली भी नजदीकी मुकाबले में चुनाव जीते है। हाकम ने 860 मतों से जीत हासिल की है। यहां भाजपा प्रत्याशी ने आखिरी समय तक टक्कर दी। लेकिन आखिरी दौर में वह चुनाव हार गई।
फिर नजदीकी मुकाबले में हारे हरीश
दांतारामगढ़ के मुकाबले में इस बार फिर नजदीकी टक्कर में भाजपा के हरीश कुमावत चुनाव हार गए। पिछले विधानसभा चुनाव में वह साढ़े पांच सौ मतों से हार गए थे। वहीं इस बार कुमावत 920 मतों से हार गए है। यहां भी कांग्रेस को आखिरी राउंड तक चुनौती मिली। आखिरी दौर में कांग्रेस के वीरेन्द्र सिंह ने जीत हासिल कर ली। इसी तरह खंडेला से महादेव सिंह खंडेला 4348 मतों से विजयी रहे।
इन सीटों पर हर राउण्ड में बदले समीकरण
जिले की तीन सीटों पर हर एक-दो राउण्ड में समीकरण बदलते रहे। फतेहपुर सीट पर आखिरी दो राउण्ड तक भाजपा प्रत्याशी सुनीता जाखड़ टक्कर में थी, लेकिन आखिरी राउण्ड में हाकम अली भारी रहे। शहरी क्षेत्र की कम पोलिंग भी भाजपा की हार का यहां बड़ा कारण रही।
राज्य मंत्री को दी मात
खंडेला के सियासी रण में इस बार मुकाबला पूर्व केन्द्रीय मंत्री व मौजूदा चिकित्सा राज्य मंत्री के बीच में था। कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशी के बीच दूसरे नंबर के लिए टक्कर बनी रही। आखिरी समय में यहां भाजपा दो नंबर पर रही। धोद में भाजपा पिछले चुनाव के मकाबले में काफी पिछड़ी हुई नजर आई।