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सिंगापुर की महारानी की बेशकीमती मूर्ति बेचना चाह रहे थे राजस्थान के ये बदमाश

locationसीकरPublished: Jun 04, 2018 04:39:52 pm

Submitted by:

vishwanath saini

तस्करी के जरिए हाथी दांत की मूर्ति बेचने की फिराक में पकड़े गए सीकर जिले के दोनों आरोपितों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है।

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तस्करी के जरिए हाथी दांत की मूर्ति बेचने की फिराक में पकड़े गए सीकर जिले के दोनों आरोपितों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस इनसे वन्य जीवों के अंगों की तस्करी में शामिल होने का रिकॉर्ड पता करेगी। साथ ही यह भी पता लगाया जाएगा कि हाथी दांत की मूर्ति इन्होंने किससे बनवाई और अजमेर में किसको बेचने आए थे।

अजमेर सिविल लाइंस थाने के एसएचओ शांतिलाल ने बताया कि गिरोह में शामिल सीकर जिले के छोटा भोजासर निवासी भजन सिंह व श्रीमाधोपुर के वार्ड सात के रहने वाले सूर्यकांत शर्मा को दो दिन के पुलिस रिमांड पर लिया है।

शुरुआती पूछताछ में सामने आया है कि इन दोनों के अलावा गिरोह में शामिल चार अन्य तस्कर हाथी दांत की यह मूर्ति एक करोड़ रुपए में यहां बेचने की फिराक में थे। लेकिन, ग्राहक मिलते ही इन्होंने मूर्ति का सौदा 40 लाख में तय कर लिया था। जिनको एटीएस की टीम ने बोगस ग्राहक बनकर अजमेर-जयपुर रोड स्थित एक होटल से गिरफ्तार कर हाथी दांत की मूर्ति बरामद कर ली थी।

 

100 साल पुरानी है मूर्ति


पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हाथी दांत की सौ साल पुरानी सिंगापुर की महारानी की मूॢत उनका साथी ही लेकर आया था। टैरर-फंडिंग के शक में पकड़े गए लोग प्रॉपर्टी का धंधा मंदा होने पर एंटीक सामानों की तस्करी में लग गए थे।
एटीएस के एडीजी उमेश मिश्रा के अनुसार आतंकियों के लिए फंडिंग जुटाने वाले मादक पदार्थ, एंटीक वस्तुओं की तस्करी, हवाला के जरिए रकम जुटाते हैं। अजमेर में भी एंटीक वस्तुओं की तस्करी करने वाले गिरोह की सूचना मिली थी। पूछताछ के बाद एटीएस ने तस्करों को पकड़ अजमेर पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि सरगना के पकड़े जाने के बाद और अन्य मामलों का भी खुलासा हो सकता है।

 

जुड़े हो सकते हैं तार


संभावना जताई जा रही है कि वन्य जीवों के अंगों की तस्करी के तार सीकर जिले से भी जुड़े हो सकते हैं। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डा. तेजपाल सिंह के अनुसार पकड़ में आए दोनों आरोपियों के बारे में अजमेर पुलिस से जानकारी जुटाई जा रही है। अभी तक की पूछताछ में दोनों ने अपना मुंह नहीं खोला है। लेकिन, फिर भी मामले को गंभीरता से लिया जाएगा।

तस्करी की मिली सूचना

जयपुर ? एटीएस को सूचना मिल रही थी कि अजमेर में वन्य जीवों के अंगों तस्करी हो रही है। जिनमें कुछ लोग अजमेर व आस-पास के क्षेत्र में माल की सप्लाई कर रहे हैं।

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