लगेंगी 1150 मूर्तिया
शहीदों की मूर्तियां लगाने के लिए अब शहीद परिवारों को खर्चा वहन नहीं करना पड़ेगा। उनको ना जमीन देनी पड़ेगी ना ही प्रतिमा बनाने के लिए भारी भरकम रकम देनी पड़ेगी। पूरे राज्य में अब तक जितने भी शहीद हुए हैं और जिनकी प्रतिमाएं अभी तक किसी भी कारणवश नहीं लगी उन सभी की निशुल्क लगाई जाएंगी। अकेले सीकर में अब तक 33 शहीदों के नाम सामने आ चुके, जिनकी मूर्तियां बनवाई जा रही हैं। पूरे राजस्थान में 1150 शहीदों की मर्तियां बनवाई जाएंगी। इनका कार्य शुरू हो चुका है। मूर्ति बनाने पर जितना खर्चा होगा वह सैनिक कल्याण सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजौर वहन करेंगे।
राजस्थान में कुल शहीद
1673
मूर्तियां लग चुकी
600
अब बन रही
1150
बुधवार को जारी हुए आदेश
सैनिक कल्याण विभाग जयपुर ने 11 जुलाई को एक आदेश जारी किया है। आदेश में लिखा है कि शहीद सम्मान यात्रा के दौरान किए निर्णय के अनुसार प्रदेश के सभी शहीदों की प्रतिमाओं की स्थापना की जाएगी। प्रतिमा के लिए भूमि का आवंटन जिला कलक्टर के माध्यम से निशुल्क किया जाएगा। आदेश में सैनिक कल्याण अधिकारियों से यह भी कहा है कि वे शहीद की प्रतिमा की स्थापना से संबंधित लंबित प्रकरणों के संबंध में जिला कलक्टर या संबंधित अधिकारी से सम्पर्क कर भूमि आवंटन की कार्रवाई कराएं।
प्रेम सिंह बाजौर वहन करेंगे
पूरे राज्य में जितने भी शहीद हुए हैं उन सभी की मूर्तियां निशुल्क बनवाई जा रही है। अभी 1150 मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है। मूर्तियों पर करीब बीस करोड़ रुपए का खर्च आएगा। जिसे मैं खुद वहन करूंगा। सभी प्रतिमाएं सितम्बर से पहले लगवा दी जाएंगी।
प्रेम सिंह बाजौर अध्यक्ष, राज्य सैनिक कल्याण सलाहकार समिति
सीकर के 33 शहीदों की बन रही मूर्तियां
शहीद गांव
हनुमान सिंह डाबडी
भंवरलाल मंगरासी
बख्तावर सिंह दिसनाऊ
भंवर लाल भीमा
जगदीश प्रसाद पनलावा
रिछपाल सिंह अखेपुरा
रामचंद्र भास्कर थोरासी
सुदेश वर्मा रानोली
जतनसिंह त्रिलोकपुरा
भागूराम हरसावा
भागीरथमल दादिया
कल्याण सिंह खूड
भागीरथमल कोलिडा
दानाराम दादिया
रेंवत सिंह भीराना
मांगू सिंह पनलावा
श्याम सिंह सेवदबड़ी
सांवरराम माधोपुर
हरिसिंह जेरठी
भंवरलाल जेरठी
श्याम सिंह गोरधनपुरा
हरिसिंह गोपीनाथुपरा
गौरीशंकर गौरू का बास
रामेश्वरलाल रामपुरा
छत्तु सिंह फदनपुरा
बाघ सिंह खोटिया
पन्ने सिंह मांडेला
हेमाराम बासड़ी
रामकुमार फदनपुरा
हरलाल हिरणा
अर्जुन सिंह दूगोली
हीराराम सदीनसर
भंवर सिंह कासली