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राजस्थान में शिक्षा विभाग के खेल मैदानों के भरोसे ग्रामीण ओलम्पिक, प्रदेशभर में खिलाड़ियों का रेकार्ड तोड़ पंजीयन

locationसीकरPublished: Aug 14, 2022 09:13:00 am

Submitted by:

Vinod Chauhan

राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की ओर से होने वाले ग्रामीण ओलम्पिक आखिरकार दो साल बाद अब अनलॉक होंगे। खेल विभाग के तमाम प्रयासों के बाद पंजीयन का आंकड़ा तो 35 लाख को पार कर गया।

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विनोद सिंह चौहान/सीकर। राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की ओर से होने वाले ग्रामीण ओलम्पिक आखिरकार दो साल बाद अब अनलॉक होंगे। खेल विभाग के तमाम प्रयासों के बाद पंजीयन का आंकड़ा तो 35 लाख को पार कर गया। लेकिन अब पंजीयन के आंकड़े की वजह से संसाधन हांफने लग गए है। शिक्षा विभाग ने विभाग की खेलकूद प्रतियोगिताओं के लिए कलैण्डर जारी कर दिया। लेकिन क्रीड़ा परिषद को मैदान नहीं मिलने पर मामला सरकार तक पहुंच गया। शनिवार को सरकार के दखल के बाद शिक्षा विभाग ने विभागीय खेलकूद प्रतियोगिताओं का कलैण्डर निरस्त कर दिया है। इससे साफ है कि सरकारी व निजी स्कूलों के खेल मैदान पर ही ग्रामीण ओलम्पिक खेलों का आयोजन होना है। अब तक कई जिलों में टीमों का गठन नहीं होने की वजह से भी खेल विभाग की चुनौती बढ़ रही है। टीमों के गठन में उदयपुर सबसे अव्वल तो बूंदी रहा सबसे फिसड्डी रहा है। दरअसल, ग्रामीण खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए खेल विभाग की ओर से यह आयोजन कराए जा रहे हैं। कोरोना की वजह से यह आयोजन दो साल से अटके हुए थे। अब प्रदेशभर में 29 अगस्त से यह आयोजन शुरू होंगे।

सबसे ज्यादा खेलेंगे कबड्डी: शूटिंग वालीबॉल में 1531 टीम ही बनी
प्रदेश में कबड्डी में सबसे ज्यादा 10459 व शूटिंग वालीबॉल में सबसे कम 1531 टीमें बनी है। राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेल में टीमों के गठन के मामले में उदयपुर प्रदेश में सबसे आगे है। जबकि बूंदी सबसे फिसड्डी है। उदयपुर में कबड्डी में 2028, शूंटिग वालीबॉल 116, टेनिस बॉल क्रिकेट 1027, खो-खो 912, वालीबॉल 871 व हॉकी में 119 टीमें गठित करते हुए सबसे अधिक 5073 टीमों का गठन किया। इसी प्रकार बूंदी में कबड्डी 1, शूटिंग वालीबॉल 0, टेनिस बॉल क्रिकेट 0, खो-खो 0, वालीबॉल 0 व हॉकी में 2 टीमें ही गठित हो सकी है।

आगे क्या: दो महीने तक होंगे आयोजन, अक्टूबर में खिताबी मुकाबले
ग्रामीण ओलम्पिक खेलों को लेकर कलैण्डर जारी हो गया है। मुख्य खेल अधिकारी वीरेन्द्र पूनिया ने बताया कि चार दिवसीय ग्राम पंचायत स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं 29 अगस्त से 1 सितम्बर तक होगी। ब्लॉक स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं 12 से 15 सितम्बर तक होगी। जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं का शुभारंभ 22 से 24 सितम्बर तक होगा। चार दिवसीय राज्य स्तरीय प्रतियोगिताएं गांधी जयंती 2 अक्टूबर से शुरू होगी।

शिक्षा विभाग के हाथ में रहेगी कमान, इतना मिलेगा बजट
ग्राम पंचायत व ब्लॉक स्तर पर राजीव गांधी ग्रामीण खेलों का आयोजन शिक्षा विभाग के जरिए किया जाएगा। इसके लिए बजट का आंवटन कर दिया गया है। ग्राम पंचायत पर प्रतियोगिता आयोजन के लिए 6 हजार व खेल सामग्री एक सेट क्रय करने के लिए 3150 रुपए प्रति ग्राम पंचायत तय की गई है। इसी प्रकार ब्लॉक स्तर पर प्रतियोगिता आयोजन के लिए 10 हजार, खेल सामग्री तीन सेट क्रय करने के लिए 6300 रुपए, भोजन 5600 रुपए व अन्य व्यय के लिए 3 हजार रुपए प्रति ब्लॉक राशि दी जाएगी।

और यह भी रहेगा खास…


1. सरपंच और एसडीएम होंगे संयोजक
पंचायत और ब्लॉक स्तर पर होने वाले आयोजनों के लिए ग्राम स्तर से लेकर ब्लॉक स्तर पर आयोजन कमेटियों का गठन किया जा चुका है। पंचायत स्तर पर सरपंच इस कमेटी के संयोजक होंगे। जबकि ब्लॉक स्तर पर उपखंड अधिकारी कमेटी के संयोजक होंगे। इसके साथ ही दस करोड़ 38 लाख रुपए ग्राम पंचायतों के लिए और सात करोड़ रुपए ब्लॉक स्तर के लिए बजट तय किया गया है।

2. 44 हजार गावों में होगा आयोजन
ग्रामीण ओलंपिक खेलों का आयोजन गांव, ग्राम पंचायत और ब्लॉक स्तर पर किया जाएगा। इसमें प्रदेश के 44 हजार 795 गांव और 11 हजार 341 ग्राम पंचायत और 352 ब्लॉक स्तर पर इन खेलों का आयोजन किया जाएगा। ग्रामीण ओलंपिक खेल दो फेज में आयोजित होगा। जिसमें पहले फेज में ग्राम पंचायत स्तरीय खेल प्रतियोगिताएं होंगी। जबकि दूसरे फेज में ब्लॉक स्तरीय खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। जिसमें पुरुष और महिला दोनों श्रेणियों में मुकाबले होंगे।

खिलाड़ियों में उत्साह, नहीं रहेगी संसाधनों की कमी
राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेलों को लेकर प्रदेशभर के खिलाड़ियों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। यह पहली बार होगा जब सभी आयु वर्ग के खिलाड़ी एक साथ मैदान पर होंगे। प्रतियोगिताओं को लेकर तैयारी पूरी कर ली है। खिलाडिय़ों के लिए संसाधनों की कोई कमी नहीं रहेगी।
डॉ. कृष्णा पूनिया, अध्यक्ष, राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद, जयपुर

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