सोशल मीडिया से प्रचार
पर्यावरण पाठशाला अभियान में स्कूल का चयन परिसर व पानी की सुविधा को देखते हुए किया जा रहा है। अभियान के प्रचार प्रसार के लिए पर्यावरण पाठशाला का फेसबुक पेज बनाया गया है, जिसमें एक लाख लोगों को जोडऩे का लक्ष्य हैं। प्रत्येक पर्यावरण पाठशाला में पौधरोपण से लेकर उनके पोषण व रक्षण की जिम्मेदारी के लिए एक समन्वयक नियुक्त किया जाएगा। बच्चों, कर्मचारियों, अभिभावकों व ग्रामीणों को सोशल मीडिया से जोड़कर अभियान का प्रचार व प्रसार किया जा रहा है।
पांच जून को चुनेंगे 1000 स्कूल
पांच जून को पर्यावरण दिवस पर 1000 स्कूलों का चयन कर अभियान को आगे बढ़ाया जाएगा। इन स्कूलों में पांच लाख पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ ही श्री डूंगर महाविद्यालय बीकानेर के एसोसिएट प्रोफेसर श्याम सुंदर ज्याणी के निर्देशन में संगठन का सहजन बीज वितरण का अभियान भी जारी रहेगा। जिसके तहत इस साल भी दस लाख बीज वितरण का लक्ष्य रखा गया है। पिछले वर्ष संगठन ने सहजन के 8 लाख बीज रोपित किए थे। जिनमें 4 लाख पौधे अब फली देने लगे हैं।
इनका कहना है:-
शिक्षक का कर्तव्य शिक्षा के अलावा मानवता, पर्यावरण व सामाजिक सुरक्षा से भी जुड़ा है। ऑक्सीजन की कमी से दम तोड़ रहे कोरोना मरीजों को देखते हुए संगठन ने पर्यावरण पाठशाला अभियान शुरू किया गया है। जिसके तहत इस साल 1000 स्कूलों में ज्यादा ऑक्सीजन देने वाले पांच लाख पौधे लगाए जाएंगे।
उपेन्द्र शर्मा, प्रदेश महामंत्री, राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत, सीकर