राकेश टिकैत ने दी 40 लाख ट्रेक्टर के साथ संसद घेरने की चेतावनी, कहा- 2024 तक चलेगा आंदोलन
किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में अब संसद घेरेने की घोषणा की है।

सीकर. किसान नेता राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार के कृषि बिल के विरोध में अब संसद घेरेने की घोषणा की है। सीकर में आयोजित किसान महापंचायत में टिकैत ने कहा कि सरकार यदि तीनों कृषि कानून वापस नहीं लेगी तो 40 लाख किसान ट्रेक्टर और हल लेकर संसद पहुंचेंगे। जहां संसद के का घेराव कर वहां पार्क में हल चलाकर गेहूं की बुआई करेंगे। उन्होंने कहा कि किसान संयुक्त मोर्चा जल्द ही इसकी तारीख तय करेगा। उन्हेांने यहां किसानों को 'हल चलाने वाला हाथ नहीं जोड़ेगा' का नारा देते हुए किसानों से दिल्ली आंदोलन में पहुंचने की अपील भी की। महापंचायत में किसान नेता योगेन्द्र यादव ने कृषि कानूनों की खामियां गिनाते हुए इसके खिलाफ किसानों को एकजुट हो संघर्ष तेज करने की बात कही। किसान नेता अमराराम, युद्धवीर सिंह तथा राजाराम मील ने केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताते हुए लोगों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में दिल्ली बॉर्डर पहुंचकर आंदोलन में हिस्सा लेने की बात कही। वक्ताओं ने यहां भी साफ किया कि आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक तीनों कृषि कानून सरकार वापस नहीं लेगी। महापंचायत में जिलेभर से हजारों की संख्या में किसान शामिल हुए।
फसल जलाने को नहीं कहा, 2024 तक चलेगा आंदोलन
किसान नेता राकेश टिकैत ने अपने एक फसल जलाने के बयान का बचाव किया है। पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि किसानों को फसल जलाने या बर्बाद करने के लिए नहीं कहा गया। गांव के लोगों ने एक फसल की कुर्बानी की बात कही थी। इस पर हमने किसानों को एक फसल की कुर्बानी के लिए तैयार रहने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि सरकार फसलों की कटाई के समय किसानों के खेतों में जाने पर आंदोलन कमजोर होने की बात कह रही है। जो गलत बयानबाजी है। आंदोलन को जाति विशेष से जोडऩे के सवाल पर उन्होंने इसे सरकार की किसानों को बांटने की नीति कहा। महापंचायत के लिए सीकर का चयन करने की वजह उन्होंने यहां की मिट्टी में क्रांति के बीज होना बताया। कहा वह मजबूत गढ़ से शुरुआत कर महापंचायत को पूरे देश में ले जाएंगे।दिल्ली के आगामी हल आंदोलन पर कहा कि सरकार कृषि बिल वापस नहीं लेगी तो लाल बहादुर शास्त्री के कहे अनुसार किसान संसद को घेर पार्कों में जुताई व बुआई करेंगे। आंदोलन कब तक चलेगा के सवाल पर उन्होंने इसे 2024 तक चलने की बात कही। विपक्ष का समर्थन नहीं मिलने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विपक्ष ही साथ होता तो ये हालत नहीं होती। बोले, विपक्ष कमजोर है। सरकार की नाक तोडऩे के बयान पर बोले कि सरकार मान भी तो नहीं रही।
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