सीकर. भाजपा की दूसरी सूची में सीकर विधानसभा के पत्ते खुल गए। टिकट मिलने के बाद जलधारी को बधाई देने वालों का तांता लग गया। स्थिति यह रही कि विधायक रतन जलधारी के पास समर्थकों के धड़ाधड़ फोन आने लगे। एक ही समय में उन्हें दो-दो फोन पर बात करनी पड़ी। आखिरकार भाजपा ने वर्तमान सीकर विधायक रतन जलधारी के नाम पर ही मुहर लगा दी। पहली सूची में नाम नहीं आने से समर्थक भी मायूस थे, लेकिन जैसे ही दूसरी सूची में जलधारी का नाम आया तो सर्मथकों में जोश भर गया। जलधारी के आवास पर समर्थकों का मेला लग गया। समर्थकों ने विधायक का अभिनंदन कर आतिशबाजी की। भाजपा की अब तक जारी हुई सूची के अनुसार दो जाट, एक राजपूत, एक ब्राह्मण, एक कुमावत व एक एससी वर्ग को टिकट दी गई है। गैर विवादित छवि के चलते सीकर विधायक रतन जलधारी दुबारा टिकट लेने में भी सफल रहे है। कई दिनों से चल रही चर्चाओं के दौर के बाद संगठन ने जलधारी पर ही भरोसा जताया है। पिछले पांच साल में विवादों से दूर होने का फायदा जलधारी को आखिर में अब मिला। कई दिनों से ब्राह्मण सीट बदलने की भी चर्चा थी। लेकिन भाजपा ने सीकर की परम्परागत सीट को नहीं बदला है। इसके बाद विधायक गणेश मंदिर पहुंचे। यहां पहुंचकर धोक लगाई। विधायक ने कहा कि सरकार की योजनाओं को लेकर जनता के बीच में फिर से जाएंगे। उनका अहम मुद्दा विकास रहेगा। जलधारी ने बताया कि उनका फोकस विकास के मुद्दे को लेकर रहेगा।
सीकर. भाजपा की दूसरी सूची में सीकर विधानसभा के पत्ते खुल गए। टिकट मिलने के बाद जलधारी को बधाई देने वालों का तांता लग गया। स्थिति यह रही कि विधायक रतन जलधारी के पास समर्थकों के धड़ाधड़ फोन आने लगे। एक ही समय में उन्हें दो-दो फोन पर बात करनी पड़ी। आखिरकार भाजपा ने वर्तमान सीकर विधायक रतन जलधारी के नाम पर ही मुहर लगा दी। पहली सूची में नाम नहीं आने से समर्थक भी मायूस थे, लेकिन जैसे ही दूसरी सूची में जलधारी का नाम आया तो सर्मथकों में जोश भर गया। जलधारी के आवास पर समर्थकों का मेला लग गया। समर्थकों ने विधायक का अभिनंदन कर आतिशबाजी की। भाजपा की अब तक जारी हुई सूची के अनुसार दो जाट, एक राजपूत, एक ब्राह्मण, एक कुमावत व एक एससी वर्ग को टिकट दी गई है। गैर विवादित छवि के चलते सीकर विधायक रतन जलधारी दुबारा टिकट लेने में भी सफल रहे है। कई दिनों से चल रही चर्चाओं के दौर के बाद संगठन ने जलधारी पर ही भरोसा जताया है। पिछले पांच साल में विवादों से दूर होने का फायदा जलधारी को आखिर में अब मिला। कई दिनों से ब्राह्मण सीट बदलने की भी चर्चा थी। लेकिन भाजपा ने सीकर की परम्परागत सीट को नहीं बदला है। इसके बाद विधायक गणेश मंदिर पहुंचे। यहां पहुंचकर धोक लगाई। विधायक ने कहा कि सरकार की योजनाओं को लेकर जनता के बीच में फिर से जाएंगे। उनका अहम मुद्दा विकास रहेगा। जलधारी ने बताया कि उनका फोकस विकास के मुद्दे को लेकर रहेगा।