इस बार एक पायदान ऊपर आ गया है। हालांकि पिछले वर्ष से परिणाम थोड़ा कमजोर रहा है। पिछले वर्ष विज्ञान का परिणाम 93.50 फीसदी था। जो इस वर्ष 3.5 फीसदी घटकर 90 प्रतिशत रह गया। हालांकि पूरे राज्य में विज्ञान वर्ग का परिणाम 86.60 प्रतिशत रहा। जो पिछले साल से 3.76 प्रतिशत कम रहा है।
इसी प्रकार सीकर जिले के वाणिज्य के परिणाम में पिछले वर्ष से काफी सुधार हुआ है। वाणिज्य का परिणाम पिछले वर्ष 90.70 फीसदी था, जो इस वर्ष बढ़कर 92.76 फीसदी हो गया। इधर परिणाम आते ही जिलेभर में जश्न मनाया गया। कहीं मिठाई बांटी गई तो कहीं रंग गुलाल उड़ाकर पटाखे छोड़े गए।
इस बार भी पदक लाएंगे हमारे होनहार
बोर्ड ने साल 2017 की तरह साइंस और कॉमर्स की राज्य अथवा जिला स्तर की मेरिट लिस्ट जारी नहीं की। इसका फैसला पिछले साल ही प्रबंध बोर्ड की बैठक में हो गया था।
इसके बजाय बोर्ड ने टॉप थ्री विद्यार्थियों के नाम घोषित करने का निर्णय किया था। पिछले साल बारहवीं के कला, वाणिज्य और विज्ञान सहित दसवीं में टॉप रहे विद्यार्थियों को 24 मई को होने वाले दीक्षान्त समारोह में मेडल प्रदान किए जाएंगे।
पिछले वर्ष सीकर के तीन विद्यार्थियों अरुण, मनोज व सुमित ने विज्ञान में रजत व कांस्य पदक जीता था। इस बार भी परिणाम से लग रहा है कि हमारे जिले के विद्यार्थी फिर टॉप तीन में रहकर पदक लाएंगे।