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RBSE 12th Science Result 2018 : हर वर्ष बढ़ता जा विज्ञान का रुतबा, पम्प चालक की बेटी ने प्राप्त किए 95.80 प्रतिशत अंक

locationसीकरPublished: May 23, 2018 08:32:44 pm

Submitted by:

vishwanath saini

RBSE 12th Science Result 2018 : विज्ञान विषय लेकर कॅरियर संवारने वाले विद्यार्थियों की संख्या भी हर साल तेजी से बढ़ रही है।

RBSE 12th Science Result 2018

RBSE 12th Science Result 2018

सीकर. जिले में विज्ञान का रुतबा बढ़ता जा रहा है। यहां के शिक्षकों व विद्यार्थियों की मेहनत के कारण हर वर्ष विज्ञान का परिणाम बढ़ता जा रहा है। वर्ष 2013 में परिणाम जहां 86.89 फीसदी था, वह अब बढ़कर 000 फीसदी पहुंच गया है। वहीं विज्ञान विषय लेकर कॅरियर संवारने वाले विद्यार्थियों की संख्या भी हर साल तेजी से बढ़ रही है। वर्ष 2013 में जहां 18464 विद्यार्थियों ने विज्ञान विषय की परीक्षा दी थी, उनकी संख्या अब बढ़कर 27 हजार के पार हो गई है। वहीं वाणिज्य का परिणाम हर साल उतार-चढ़ाव वाला रहा है। किसी साल परिणाम सुधर रहा है तो किसी साल कम हो रहा है।

 

पम्प चालक की बेटी ने प्राप्त किए 95.80 प्रतिशत अंक

मूंडरू. कस्बे के गांव फूटाला स्थित श्रीहनुमान विद्यापीठ सीनियर सैकण्डरी स्कूल की छात्रा रूपल कुमावत पुत्री कैलाश चंद्र कुमावत निवासी आसपुरा ने विज्ञान संकाय में 95.80 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। रूपल कुमावत के पिता जलदाय विभाग में पम्प चालक व माता हाउसवाइफ हैं। वहीं लिसाडिय़ा स्थित सरस्वती पब्लिक स्कूल की छात्रा उर्मिला यादव पुत्री सीताराम यादव ने विज्ञान संकाय में 90.18प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं।

यूं बढ़ा विज्ञान का परिणाम और विद्यार्थी

वर्ष प्रतिशत विद्यार्थी

2013 86.89 18464
2014 92.82 20501

2015 92.35 21426
2016 93.50 24816

2017 00000 27142

वाणिज्य के परिणाम में उतार-चढ़ाव

वर्ष प्रतिशत
2013 90.23

2014 88.16
2015 91.84

2016 90.70
2017 0000

 

पिछले वर्ष राज्य में तीसरे स्थान पर था सीकर

सीकर. गत वर्ष सीनियर सेकंडरी विज्ञान में नागौर जिला 94.10 प्रतिशत के साथ पूरे राज्य में प्रथम रहा था। सीकर जिला 93.50 फीसदी परिणाम के साथ पूरे राज्य में तीसरे स्थान पर रहा था। इसी तरह वाणिज्य वर्ग में 95.38 प्रतिशत के साथ जैसलमेर जिला सबसे टॉप रहा। सीकर जिला 90.70 फीसदी परिणाम के साथ 16 वें स्थान पर रहा था।

पिछले साल यह था परिणाम

साल 2017 में बारहवीं विज्ञान वर्ग का परिणाम 90.36 और वाणिज्य वर्ग का 90.88 प्रतिशत रहा था। विज्ञान वर्ग में छात्राओं का परिणाम 93.30 और छात्रों का 89.21 प्रतिशत रहा था। इसी तरह वाणिज्य वर्ग में छात्राओं का परिणाम 95.27और छात्रों का 88.56 प्रतिशत रहा था। पिछले साल विज्ञान और वाणिज्य वर्ग में कुल 19 हजार 274 विद्यार्थी फेल हुए थे। दोनों में कुल 7 हजार 434 विद्यार्थियों को सप्लीमेंट्री के योग्य घोषित किया गया था। विज्ञान में 17 हजार 012 विद्यार्थी फेल हुए थे। जबकि कॉमर्स में 2 हजार 262 विद्यार्थी फेल हुए थे।

जारी नहीं हुई मेरिट लिस्ट
बोर्ड ने साल 2017 की तरह साइंस और कॉमर्स की राज्य अथवा जिला स्तर की मेरिट लिस्ट जारी नहीं की। इसका फैसला पिछले साल ही प्रबंध बोर्ड की बैठक में हो गया था। इसके बजाय बोर्ड ने टॉप थ्री विद्यार्थियों के नाम घोषित करने का निर्णय किया था। पिछले साल बारहवीं के कला, वाणिज्य और विज्ञान सहित दसवीं में टॉप रहे विद्यार्थियों को 24 मई को होने वाले दीक्षान्त समारोह में मेडल प्रदान किए जाएंगे।

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