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एनडीआएफ को भी नहीं मिला तो रिटायर्ड कमांडो ने डूबकी लगाकर ढूंढ निकाला युवक का शव

locationसीकरPublished: Jun 17, 2021 10:53:49 am

राजस्थान के सीकर जिले के पाटन इलाके के मीणा की नांगल की खदान में डूबे युवक का शव 52 घंटे की मशक्कत के बाद बुधवार शाम को निकाला जा सका। नौसेना के रिटायर्ड मरीन कमांडो मनीष चौधरी के प्रयास रंग लाए।

एनडीआएफ को भी नहीं मिला तो रिटायर्ड कमांडो ने डूबकी लगाकर ढूंढ निकाला युवक का शव

एनडीआएफ को भी नहीं मिला तो रिटायर्ड कमांडो ने डूबकी लगाकर ढूंढ निकाला युवक का शव

सीकर/पाटन. राजस्थान के सीकर जिले के पाटन इलाके के मीणा की नांगल की खदान में डूबे युवक का शव 52 घंटे की मशक्कत के बाद बुधवार शाम को निकाला जा सका। नौसेना के रिटायर्ड मरीन कमांडो मनीष चौधरी के प्रयास रंग लाए। शव पानी में करीब 15 मीटर नीचे पत्थरों के बीच में फंसा हुआ था। इससे पहले अजमेर से आई एनडीआरएफ की टीम ने सुबह 9 बजे सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। विंग कमांडर सुरेश के नेतृत्व में एनडीआरएफ की टीम दो बोट में सवार होकर पानी में पहुंची जहां पानी के अन्दर कैमरा डालकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। बोट में मॉनीटर लगा कर खान के अन्दर कैमरे से सर्च किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली। सुबह लगभग साढ़े नौ बजे प्रशासन द्वारा बुलाए गए नैवी से रिटायर्ड कुलदीप चौधरी, मनीष चौधरी, अनिल मान की टीम ने भी रेस्क्यू शुरू किया। नेवी से रिटायर्ड लोगों ने पानी में 40-40 मिनट की डाइविंग लगाकर शव की तलाश शुरू की। शाम लगभग साढ़े चार बजे मनीष चौधरी ने पानी के अन्दर डाइव लगाई। 30 मिनट बाद मनीष चौधरी शव को बाहर निकाल लाए। मनीष ने बताया कि शव पत्थरों के बीच फं सा हुआ था। शव को निकालने के बाद पाटन के राजकीय सामुदायिक अस्पताल में लाया गया। जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया।

44 सदस्यों की टीम ने किया रेस्क्यू

खदान से शव को बाहर निकालने के लिए बुधवार को एनडीआरएफ के 17, एसडीआरएफ के 14 सिविल डिफेंस के 10 व रिटायर्ड नौसैना के 3 सदस्यों की टीम ने प्रयास शुरू किए थे।


समाजसेवा करते हैं रिटायर्ड नौ सैनिक
सुबह 9 बजे से शाम 4 बजे तक कोई सुराग नहीं मिलने से लग रहा था कि रेस्क्यू लम्बा चलेगा। एनडीआरएफ के कैमरे में भी कोई संकेत नहीं मिला लेकिन रिटायर्ड नौसैनिक अपने स्तर पर लगातार पानी के अंदर डाइव लगाकर शव की तलाश में जुटे रहे। नीचे का पानी बर्फ से भी ठंडा होने के बावजूद इन्होंने अपना प्रयास जारी रखा व शव को बाहर निकालने में सफलता हासिल की। टीम ने बताया कि आत्मसंतुष्टि व समाजसेवा के लिए वे यह काम करते हैं।

प्रशासन रहा मौके पर
युवक सोमवार दोपहर को खान में डूबा था तब से ही उपखंड के प्रशासनिक अधिकारी 52 घंटे तक मौके पर ही मौजूद रहे। उपखण्ड अधिकारी बृजेश कुमार गुप्ता, तहसीलदार सत्यवीर यादव, नायब तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी समेत पुलिस के अधिकारी भी मौके पर ही मौजूद रहे।

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