खुलासा: राजस्थान के इस जनाना अस्पताल के लैब टेक्निशियन के पास बैठे रहते हैं निजी लैब के कर्मचारी
सीकरPublished: Oct 09, 2022 07:58:32 pm
प्रदेश के कई सरकारी चिकित्सा संस्थानों में मरीज को निजी अस्पताल या जांच लैब में ले जाने का खेल चल रहा है। जिससे मरीजों को निशुल्क जांच योजना व दवा योजना का फायदा नहीं मिल पा रहा है। लपकों पर कार्रवाई को लेकर सख्त कदम उठाए जाने के बाद अब सीकर मेडिकल कॉलेज के अधीन कल्याण अस्पताल के बाद अब सरकारी जनाना अस्पताल को लपकों ने नया ठिकाना बना लिया है।


खुलासा: राजस्थान के इस जनाना अस्पताल के लैब टेक्निशियन के पास बैठे रहते हैं निजी लैब के कर्मचारी
प्रदेश के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में मरीज को निजी अस्पताल या जांच लैब में ले जाने का खेल चल रहा है। जिससे मरीजों को निशुल्क जांच योजना व दवा योजना का फायदा नहीं मिल पा रहा है। लपकों पर कार्रवाई को लेकर सख्त कदम उठाए जाने के बाद अब सीकर मेडिकल कॉलेज के अधीन कल्याण अस्पताल के बाद अब सरकारी जनाना अस्पताल को लपकों ने नया ठिकाना बना लिया है। जहां लपके मरीजों की जांच निजी लैब में करवा रहे हैं। निजी लैब में जांच करवाने पर संबंधित कर्मचारी को जांच के शुल्क के आधार पर कमीशन दिया जाता है। लपकागिरी के इस खेल का खुलासा शनिवार को जिला कलक्टर के निरीक्षण के दौरान हुआ। निरीक्षण के दौरान भर्ती एक मरीज के परिजन ने शिकायत दी कि जनाना अस्पताल में सेम्पल कलेक्शन रूम में निजी लैब के कर्मचारी बैठे रहते हैं और जनाना अस्पताल में आने मरीज की जांच के सेम्पल की जांच के लिए निजी लैब में करवाते हैं। परिजन की शिकायत पर प्रबंधन सकते में आ गए। पिछले दिनों कल्याण अस्पताल में मरीज को लेकर जाने वाले तीन लपकों को गिरफ्तार किया गया। एक चिकित्सक को एपीओ किया गया था।
अवकाश पर मिला लैब टेक्निशिन
परिजन ने सैम्पल लेने वाले कर्मचारी का हुलिया बताया। जिसके आधार पर पता चला वह लैब टेक्निशियन संविदा पर है और शनिवार को अवकाश पर है। स्टॉफ ने भी माना कि उसके पास निजी लैब के कर्मचारी अक्सर बैठे रहते हैं। प्रारंभिक जांच में संविदा लैब टेक्निशियन और एक निजी लैब के कर्मचारी का गठजोड़ सामने आए। इस पर कलक्टर ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर प्रकरण की जांच करने और दोषी पर कार्रवाई के निर्देश दिए।