सीकर में 952 भवन मालिक डकार गए श्रमिकों का हक, अब खैर नहीं...
नए भवन मालिकों के सेंस राशि जमा नहीं कराना अब भारी पड़ेगा। श्रम विभाग ने ऐसे भवन मालिकों के खिलाफ डंडा चलाने की तैयारी कर ली है।

सीकर.नए भवन मालिकों के सेंस राशि जमा नहीं कराना अब भारी पड़ेगा। श्रम विभाग ने ऐसे भवन मालिकों के खिलाफ डंडा चलाने की तैयारी कर ली है। विभाग ने जिले के दस भवन मालिक व संस्थाओं को अंतिम नोटिस जारी कर दिया है। यदि एक महीने के भीतर इन संस्थाओं की ओर से सेस राशि नहीं जमा कराई जाती है तो फिर जिला कलक्टर के जरिए सम्पति कुर्क कराने की कार्रवाई की जाएगी। वसूली के लगातार नोटिस जारी होने से भवन मालिकों में हडक़म्प मच गया है। सहायक श्रम आयुक्त डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि जिले में 952 भवन मालिकों को नोटिस दिए है। इनसे लगभग दस करोड़ की वसूली होनी है। पिछले महीने भी 29 भवन मालिकों को नोटिस दिए थे। कई ने राशि जमा करा दी है।
डकार गए पैसा
श्रम विभाग के अधिकारियों के सर्वे में कई चौकाने वाले तथ्य सामने आए है। सहायक श्रम आयुक्त ने बताया कि यहां के ज्यादातर भवन मालिकों ने ए व बी श्रेणी का निर्माण कार्य कराकर नए भवनों पर लाखों रुपए का खर्चा किया है। लेकिन श्रमिकों के हिस्से की एक फीसदी राशि डकार गए। इस कारण विभाग को अब नोटिस देकर वसूली अभियान चलाना पड़ रहा है।
ये हैं निशाने पर
कार्रवाई में सबसे ज्यादा निशाने पर शिक्षण संस्थान, गु्रप हाउसिंग व दुकान मालिक सबसे ज्यादा है। वसूली अभियान के बाद 100 से अधिक भवन मालिकों ने स्वेच्छा से भी सेंस की राशि जमा कराई है।
वर्षो बाद आई याद
इस मामले में विभाग की भी बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। विभाग ने लगभग पांच साल बाद बड़े स्तर पर सेंस के लिए नोटिस व सख्त कार्रवाई शुरू की है। ऐसे में कई भवन मालिक तो अब यह मानने को ही तैयार नहीं है कि सेंस के दायरे में भी आ रहे है। ऐसे में विभाग को कई तरह की दिक्कतों का सामना भी करना पड़ रहा है।
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