एक दिन का सीएमएचओ
सीकरPublished: Feb 10, 2016 04:34:00 pm
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में नाम के मोह को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में नाम के मोह को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। सात मई 2015 को एक दिन के लिए डॉ.प्रेम बजाज को सीएमएचओ बनाया गया। उन्होंने पद भी ग्रहण कर लिया। इनके लिए छह मई की शाम को सीएमएचओ पद पर नियुक्ति के ऑर्डर हुए।
आठ मई दोपहर बाद डॉ.बजाज को रिलीव कर फिर से जिला चिकित्सालय में उपनियंत्रक लगा दिया गया और इनके स्थान पर डॉ.नरेश बंसल को फिर से सीएमएचओ लगाने ऑर्डर जारी हो गए। अब सीएमएचओ कार्यालय की सूचना पट्ट पर नाम अंकित को लेकर विवाद की स्थिति पैदा हो गई है। डॉ.बजाज के सात मई को एक दिन का सीएमएचओ रहने की वजह से इनका सूचना पट्ट पर नाम अंकित कर दिया गया। इसके बाद इसकी शिकायत जिला प्रभारी और संयुक्त निदेशक तक कर दी गई। इस पर उनका नाम हटा दिया गया। इसे लेकर अब विवाद की स्थिति खड़ी हो चुकी है। दोनों पूर्व सीएमएचओ डॉ.बजाज और डॉ.बसंल आमने-सामने हैं। वहीं, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के तत्कालीन अधिकारियों का तर्क है कि यदि कोई व्यक्ति एक घंटा तक किसी पद पर रह जाता है वह उस पद का अधिकारी ही माना जाएगा, चाहे उसे बाद में हटा दिया जाए।
अपना – अपना तर्क
निदेशक जन स्वास्थ्य विभाग ने 6 मई2015 को आदेश जारी कर मुझे अग्रिम आदेशों तक श्रीगंगानगर सीएमएचओ लगाया गया। सात मई को मैंने सीएमएचओ का पद ग्रहण कर लिया। इसकी सूचना निदेशक जन स्वास्थ्य को दी गई। इसी दिन स्टाफ के साथ बैठक कर कुछ आदेश भी पारित किए थे।
डॉ. प्रेम बजाज, उप नियंत्रक, जिला चिकित्सालय श्रीगंगानगर।
छह मई को डॉ. बजाज को सीएमएचआे लगाया गया गया था और सात मई की दोपहर को मेरे ऑर्डर जारी हो गए। आठ को जयपुर बैठक में मैंने भाग लिया। मेरी सर्विस में कहीं पर एक दिन का ब्रेक नहीं है और डॉ.बजाज ने उस दिन की सैलरी पीएमओ से उठाई है। एेसे में उनका नाम सूचना पट्टिका पर लिखना ठीक नहीं।
डॉ.नरेश बंसल, पूर्व सीएमएचओ, श्रीगंगानगर।
डॉ.प्रेम बजाज एक दिन सीएमएचओ के पद पर रहे थे इस कारण इनका पहले सूचना पट्ट पर नाम अंकित किया गया था। बाद में विवाद होने पर इनका नाम हटा दिया गया। अब डॉ.बजाज का नाम सूचना पट्ट पर अंकित करना है या नहीं, इसलिए निदेशक जन स्वास्थ्य से मार्गदर्शन मांगा गया है।
डॉ. वीपी असीजा, सीएमएचओ, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, श्रीगंगानगर।