उनके पड़ोस में रहने वाले बंशीधर पुत्र कन्नाराम का उनके घर आना जाना था। इसी का फायदा उठाकर बंशीधर उसकी पत्नी मूली देवी, डूकिया खाटूश्यामजी निवासी घोटी देवी पत्नी गणपतराम, वार्ड 21 रींगस निवासी मदनलाल व उसकी पत्नी पार्वती देवी ने उन दोनों भाइयों को शादी करवाने का झांसा दिया। साथ ही कहा कि मदनलाल के अंजू देवी नाम की एक ***** है जो रींगस के वार्ड 21 में रहती है। अंजू देवी की दो लड़कियां हैं। लड़कियों के पिता का देहांत हो चुका है इसलिए शादी का खर्चा लडक़ों को उठाना पड़ेगा।
Fraud Marriage in Sikar : बंशीधर ने शादी के लिए 15 लाख रुपए की मांग रखी, बाद में 13 लाख में दोनों पक्षों में सहमति बन गई। जगदीश व श्यामलाल ने 16 जुलाई 2018 को 9 लाख व 19 जुलाई को 4 लाख रुपए शादी के लिए आरोपियों को दिए। सभी आरोपियों ने एक राय होकर 23 जुलाई 2018 को कस्बे के खाटूमोड़ स्थित विवाह स्थल में पूजा व रोशनी नाम की दो लड़कियों से उनकी समारोह पूर्वक शादी करवाई। शादी के बाद से ही दोनों लड़कियां ससुराल में एक दो दिन रुकती तथा कोई भी बहाना बनाकर घर से बिना बताए चली जाती।
पूजा नाम की लडक़ी पिछले 28 मार्च को बिना बताए लापता हो गई तथा स्वाती 2 मई से लापता है। दोनों दुल्हनें गहनों के साथ साथ उनकी माता के गहने भी लेकर फरार हो गई। दोनों लडक़ों ने बिचोलिये बंशीधर व मदनलाल को मामले के बारे में अवगत करवाया तो दोनों ने कहा कि हमारा काम केवल शादी करवाना था। पीडि़तों ने जब अपने स्तर पर दुल्हनों की खोज की तो पता चला की दुल्हन पूजा, स्वाती व उनकी मां अंजू देवी कभी भी रींगस कस्बे के वार्ड 21 में नहीं रही। पुलिस ने मामला दर्ज करके घटना की जांच प्रारम्भ कर दी है।