राजस्थान लोक सेवा आयोग ( Rajasthan Public Service Commission ) की भर्ती परीक्षा के जरिए चयनित प्रधानाध्यापकों का नौकरी का सपना जल्द पूरा होगा। आरपीएससी ( RPSC ) के शिक्षा निदेशालय ( Directorate of Education ) को सूची भेजने के बाद अब कवायद तेज हो गई है। शिक्षा निदेशालय ने 14 से 18 अक्टूबर तक काउंसलिंग का कलैण्डर जारी कर दिया है। इस संबंध में शिक्षा राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डेाटासरा ( Minister of State for Education Govind Singh Datasara ) ने ट्विट कर जानकारी दी। इसके जरिए प्रदेश के 1155 नव चयनितों का नौकरी का सपना पूरा होगा। सूत्रों की माने तो दीवाली से पहले चयनितों को प्रधानाध्यापकों को नौकरी का तोहफा मिल सकता है। दूसरी तरफ द्वितीय श्रेणी, प्रयोगशाला सहायक, महिला पर्यवेक्षक, के चयनितों का नौकरी का इंतजार बढ़ता जा रहा है। ट्वीट में शिक्षा मंत्री ने बताया कि काउंसलिंग में दिव्यांग, विधवा, परित्यक्ता, एकल महिला व भूतपूर्व सैनिकों को वरीयता दी जाएगी। पिछली भाजपा सरकार के समय से यह भर्ती अटकी हुई थी। इसके बाद सत्ता परिवर्तन और आरक्षण संबंधी पेंच के चलते भर्ती विवादों में आ गई।
डीपीसी की मांग, भरेंगे पूरे पद
राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के महामंत्री महेन्द्र पाण्डे ने इस संबंध में माध्यमिक शिक्षा निदेशक को पत्र लिखा है। उन्होंने चयनित प्रधानाध्यापकों को जल्द नियुक्ति देने के साथ 2015-16, 2017-18 की रिव्यू डीपीसी कराने की भी मांग की है। उन्होंने बताया कि सीधी भर्ती और डीपीसी होने से विभाग में लगभग सभी रिक्त पद भर जाएंगे। इससे सरकारी स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता में इजाफा होगा।
द्वितीय श्रेणी की अभी तैयारी नहीं
आयोग ने द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती का परिणाम भी पिछले दिनों जारी किया था। लेकिन इस भर्ती परीक्षा के जरिए चयनितों को नौकरी नहीं मिली है। चयनितों ने पिछले दिनों जल्द नियुक्ति की मांग को लेकर शिक्षा राज्य मंत्री को ज्ञापन दिया था। वहीं प्रयोगशाला सहायक व महिला पर्यवेक्षक के चयनितों का नौकरी का इंतजार दूर होता जा रहा है।