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राजस्थान पुलिस के बर्खास्त सिपाही ने ज्वैलर्स की दुकानों के ताले तोड़े, सीसीटीवी में सरिया लेकर घूमते दिखा, गिरफ्तार

locationसीकरPublished: Mar 21, 2020 03:06:32 pm

Submitted by:

Vikram

सीकर. राजस्थान पुलिस के बर्खास्त सिपाही ने चिरंजी पनवाड़ी की गली में ज्वलैर्स की दुकान के ताले तोड़ कर चोरी की वारदात कर डाली। बाजार में लगे सीसीटीवी फुटेज में वह हाथों में सरिया लेकर घूमता हुआ दिखा था।

राजस्थान पुलिस का बर्खास्त सिपाही

राजस्थान पुलिस का बर्खास्त सिपाही

सीकर. राजस्थान पुलिस के बर्खास्त सिपाही ने चिरंजी पनवाड़ी की गली में ज्वलैर्स की दुकान के ताले तोड़ कर चोरी की वारदात कर डाली। बाजार में लगे सीसीटीवी फुटेज में वह हाथों में सरिया लेकर घूमता हुआ दिखा था। पूरे मामले का खुलासा होने के बाद आरोपी बर्खास्त सिपाही को गिरफ्तार किया है। नौकरी में लापरवाही बरतने व अपराधियों से मिलीभगत के तहत उसे दो महीने पहले सस्पेंड किया था। आरोपी ने नशे में दुकानों के ताले तोड़ कर चोरी की थी। पुलिस को घर से चोरी हुए जेवरात भी बरामद किए है। डीएसपी राजेश आर्य ने बताया कि एएसआई बीरबल सिंह ने चोरी के आरोपी रघुवीर सिंह पुत्र संत कुमार निवासी खातियों का मौहल्ला वार्ड नंबर- 35 को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि 13 मार्च 20 को हरीश सोनी ने चोरी का मुकदमा दर्ज कराया था कि रात को नौ बजे वह दुकान बंद कर चला गया था। उसे सुबह पता लगा कि दुकान के ताले तोड़ कर काउंटर के अंदर रखी 11 डिब्बी चांदी की चूडिय़ा ले गया है। इनमें 90-90 गाम की चांदी की चूडियां रखी हुई थी। इसके अलावा शिवभगवान पुत्र रामगोपाल सोनी की दुकान के भी ताले तोड़े गए। इसी रात उसने करीब पांच दुकानों में ताले तोडऩे का प्रयास किया गया। पुलिस को हाथों में सरिए लेकर गली में घूमते हुए युवक की संदिग्ध फोटो भी सीसीटीवी फुटेज मिले। चोरी की रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस की टीम आरोपी युवक की तलाश में जुट गई। मुखबिर की सूचना मिलने पर एएसआई बीरबल सिंह व हैडकांस्टेबल संत कुमार ने कांस्टेबल धर्मेंद्र सिंह, दिलावर सिंह के साथ मिलकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
चोरी की वारदात के बाद दो-तीन घर नहीं आया

जांच में सामने आया कि घटना के दिन रघुवीर सिंह नशे में था। उसने नशे में ही कई दुकानों के ताले तोड़ डाले। दो दुकानों में चोरी कर डाली। वारदात के बाद वह दो-तीन दिनों तक घर नहीं आया। वह आसपास ही छिपता रहा। पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उसकी पहचान कर डाली। पुलिस टीम को पता लगा कि वह एक दिन पहले ही घर पर आया। इसके बाद पुलिस ने उसे घर से ही दबोच लिया। पूछताछ के बाद उसके घर से ही जेवर बरामद हुए।

पिता की मौत के बाद मिली थी सिपाही को अनुकंपा नियुक्ति

रघुवीर सिंह के पिता की सांवली रोड पर हादसे में मौत हो गई थी। तब रघुवीर नाबालिग था। बालिग होने के बाद उसे अनुकंपा नियुक्ति दी गई। पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला ने उसे दो महीने पहले ही नौकरी से बर्खास्त किया था। उसे 107/116 में पाबंद किया गया था। कोतवाली थाने में उस पर मारपीट का मुकदमा दर्ज हुआ था। उस पर अपराधियों से मिलीभगत के आरोप भी लगे थे। साथ ही कई बार 17 सीसी के नोटिस भी मिल चुके है। उसका खंडेला में ट्रांसफर कर दिया था। वहां भी मिलीभगत के आरोप लगे। तब खंडेला थानाधिकारी की रिपोर्ट पर नोटिस दिए गए। बाद में लाइन भेज दिया गया। कंट्रोल रूम में लगाया। यहां पर गैरहाजिर रहता था। उसे बर्खास्त कर दिया।

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