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BANK SCAM : राजस्थान में सहकारी बैंक में फर्जी खाते बनाकर कर डाला करोड़ों का घोटाला, चार साल से यूं चलता रहा खेल

locationसीकरPublished: Apr 05, 2018 10:13:38 am

Submitted by:

Vinod Chauhan

उपभोक्ताओं के खातों में फर्जीवाड़ा कर बैंक कर्मचारियों ने आठ करोड़ 53 लाख रुपए का घोटाला कर दिया।

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सीकर/रींगस.

सीकर केंद्रीय सहकारी बैंक की रींगस शाखा में उपभोक्ताओं के खातों में फर्जीवाड़ा कर बैंक कर्मचारियों ने आठ करोड़ 53 लाख रुपए का घोटाला कर दिया। बैंक से जुड़े सात कर्मचारियों के खिलाफ रींगस थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इनमें पूर्व मैनेजर भी शामिल है। घोटाला सामने आने के बाद दोषी बैंक कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है। बैंक प्रबंंधन सीकर के सीनियर ब्रंाच मैनेजर मनोज कुमार बागडवा ने थाने में मामला दर्ज करवाया है। आरोप है कि रींगस शाखा में पूर्व में कार्यरत बैंक मैनेजर प्रकाशचंद जैन व यशवंत पारीक ने बैंक कर्र्मचारियों के साथ मिलकर आठ करोड़ 53 लाख रुपए का घोटाला किया। सेवानिवृत बैंक मैनेजर प्रकाश चंद जैन, यशवंत कुमार पारीक, विकास मीणा, सोहनलाल बिराणियां, रविप्रकाश मीणा, प्रमीला पारीक एवं विनोद कुमार ने सुनियोजित तरीके से उपभोक्ताओं के खातों में फर्जीवाड़ा करते हुए 8 करोड़ 53 लाख की हेरा फेरी कर ली। केन्द्रीय बैंक सीकर की टीम ने अपने स्तर पर जांच करते हुए इन सभी को दोषी माना है। इन सबके खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद इनसे पूछताछ की जा रही है।


उपभोक्ताओं का उठा भरोसा
रींगस बैंक शाखा के अधीन करीब डेढ़ दर्जन से अधिक ग्राम सेवा सहकारी समितियां जुड़ी हुई हैं। जिनका लेन देन इसी बैंक शाखा से किया जाता है। इनमें सरगोठ, आभावास, महरोली, पटवारी का बास, रींगस, मलिकपुर, ठीकरिया, बावड़ी, मालाकाली, तपीपल्या सहित आस पास के अनेक गांवों के उपभोक्ता शाखा से लेनदेन करते हैं। घोटाले की जानकारी के बाद उपभोक्ताओं का बैंक अधिकारी व कर्मचारियों से भरोसा उठ गया है। इनका कहना है कि गरीब जनता के साथ खिलवाड़ करने वाले दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जानी चाहिए।

57 खातों से उठाया पैसा
जांच में अभी तक कुल 57 खाते सामने आये हैं जिन से फर्जी तरीके से 8.53 करोड़ का लोन उठाया गया है। मार्च 2014 से जून 2017 के बीच सबसे अधिक घोटाला सरगोठ, बावड़ी, धीरजपुरा व अरनियां ग्राम सेवा सहकारी समिति के खातों से किया गया है जिनमें धीरजपुरा ग्राम सेवा सहकारी समिति की एफडी से सर्वाधिक लोन उठाया गया है।

बैंक में किए गए घोटाले की जांच की जा रही है। ग्राहकों का पैसा पूरी तरह सुरक्षित है। जांच में घोटाले की राशि में बढोतरी भी हो सकती है। -मनोहर लाल शर्मा, एमडी, सीकर केन्द्रीय सहकारी बैंक

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