यह है मामला
जानकारी के मुताबिक शिक्षक बाबूलाल जाटव है। जिनके अधिवक्ता संदीप कलवानिया ने बताया कि राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर की ओर से वर्ष 2006 में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती हुई थी। इसमें प्रार्थी बाबूलाल जाटव ने भी आवेदन किया था। लेकिन, इस समय आयोग ने सोहनलाल को नियुक्ति नहीं दी। काफी मशक्कत के बाद प्रार्थी की नियुक्ति 2017 में की गई। लेकिन, विभाग की ओर से देरी से नियुक्ति देने के कारण प्रार्थी ने नोशनल लाभ एवं वरिष्ठता देने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की। जिसमें उच्च न्यायालय ने नोशनल लाभ दिए जाने के आदेश शिक्षा निदेशालय को जारी किए। उच्च न्यायालय के आदेश की पालना में जिला शिक्षा अधिकारी ने नोशनल लाभ देने के आदेश जारी कर दिए। लेकिन, 10 फरवरी को आदेश जारी कर अधिक भुगतान किए जाने का हवाला देकर शिक्षा विभाग ने फिर वेतन वसूली करने के आदेश जारी कर दिए। जिसे गलत मानते हुए शिक्षक ने फिर कोर्ट में याचिका दायर की। अधिवक्ता संदीप कलवानिया ने बताया कि विभाग ने नियम विरुद्ध वसूली करने के आदेश जारी किए हैं। इसी मामले में शिक्षा निदेशालय से पीईईओ तक को मामले में जवाब तलब किया गया है।
रेलवे एंपलॉइज यूनियन ने किया प्रदर्शन
सीकर. नोर्थ वेस्टर्न रेलवे एंपलॉइज यूनियन कार्यालय सीकर में रेलवे कर्मचारियों ने सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों एवं निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन किया। कर्मचारी जुलुस के रूप में कार्यालय से रेलवे कॉलोनी से होते हुए रेलवे स्टेशन पहुंचे। शाखा सचिव बलवीर सिंह ने बताया कि इस अवसर पर शाखा अध्यक्ष सुरेश कुमार ढ़ाका, राजेंद्र कुमार, सचिव कृष्णानंद शर्मा, केएस महला, नवीन कुमार मिश्रा आदि ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस दौरान सुरेश, हरिराम रोलन, गोविंद, मुकेश आदि मौजूद रहे।