सूत्रों के अनुसार डॉ. भीमराव अंबेडकर लॉ यूनिर्वसिटी, जयपुर में चूरू के डॉ. एसके सैनी और अलवर के डॉ. कर्णसिंह बोम के सदस्य थे। से दोनों बोम की मीटिंग्स अटैंड करते रहे और आवेदन पत्र आने पर इन दोनों ने सन 2022 में अलग-अलग पदो के लिए आवेदन किया था। डॉ. एसके सैनी ने प्रोफेसर के पद और डॉ कर्णसिंह ने डिप्टी रजिस्ट्रार के पद के लिए आवेदन किया था। इस पर किसी ने इन दोनों की राज्यपाल के यहां लिखित शिकायत की थी। इस पर राज्यपाल ने अंबेडकर यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. देवस्वरूप को पत्र भेजा। वीसी ने 26 नवंबर को बोम की बैठक बुलवाई। बोम में निर्णय हुआ कि सरकार को रिपोर्ट करें व सिर्फ प्रोफेसर के पद की भर्ती प्रक्रिया रद्द कर दी कर दें। साथ ही डिप्टी रजिस्ट्रार के परिणाम को रोक दिया जाए।
राज्यपाल ने हरिदेव जोशी विवि की भर्ती प्रकिया निरस्त की थी :
हरिदेव जोशी जनसंचार एवं पत्रकारिता विश्वविद्यालय की ओर से की जा रही भर्तियों को लेकर उठे विवादों का को लेकर राजभवन ने 1 फरवरी 2022 को एक आदेश जारी कर विश्वविद्यालय की ओर से की जा रही भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगा दी थी। क्योंकि विवि के तत्कालीन कुलपति ओम थानवी का कार्यकाल 8 मार्च 2022 को समाप्त हो रहा था। पूर्व शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी ने कुलपति ओम थानवी पर भर्ती नियमों की अवहेलना करने के गंभीर आरोप लगाते हुए राज्यपाल को पत्र लिखा था। उन्होंने भर्ती प्रक्रिया निरस्त करने की मांग की थी। इस मामले में शेखावाटी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. भगीरथसिंह बिजारणियां से बात करने की काेशिश की लेकिन उन्होंने फाेन नहीं उठाया।