आरोप : ब्याज लगाकर रुपए चुकाने का बना रहे थे दबाव
हितेश ने पुलिस को बताया कि 20 व 21 अक्टूबर को उसके पिता ने व्हाट्सएप कॉल किया। बंशीधर मंगावा, विजय मंगावा व उसके परिवार के लोग पैसों के लिए परेशान कर रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उसके पिता को ब्याज के चंगुल में फंसा लिया और उन्हें पैसे के लिए प्रताडि़त कर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। वे ब्याज पर ब्याज लगाकर पैनल्टी वसूल कर रहे थे। हितेश ने बताया कि उसने बंशीधर से फोन पर बात की तो उसने कहा कि उसके पिताजी के खाली चेक व स्टाम्प रखे हुए हंै। वो उनसे पैसे अपने आप ही निकाल लेगा। साथ ही जैसाराम ने कहा कि चेक व स्टांप हमारे पास है। हमारे रुपए दे दो, नहीं तो तुझे नौकरी से सस्पेंड करा देंगे।
जेब से सात-सात लाख रुपए भरे दो चेक मिले
मृतक सुखदेव की जेब से एसबीआइ बैंक के दो चेक मिले हैं। दोनों चेक में जैसाराम बिजारणियां के नाम से 7-7 लाख रुपए भरे हुए थे। हितेश ने बताया कि वह उसके पिता को ब्याज पर ब्याज लगाकर पैसों के लिए प्रताडि़त कर रहा था। बंशीधर मंगावा, विजय मंगावा व जैसाराम बिजारणियां सहित अन्य व्यक्ति उसके पिता को पैसे देने के लिए दबाव बना रहे थे। उनसे परेशान होकर सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली।
सुसाइड नोट में लिखा : कर्जदार से बहुत दुखी
पीडित ने बताया कि मकान में एक कॉपी मिली है। पिताजी द्वारा लिखा हुआ सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा हुआ है कि वो कर्जदार से बहुत दुखी हो गए है। सभी ने ब्याज के ब्याज लगाकर इतने रुपए कर दिए है कि जिन्हें चुकाने में वो असमर्थ है। इसके अलावा उनके पास ओर कोई उपाय नही था। उन्होंने लिखा कि उनकी जीने की इच्छा थी, लेकिन इन लोगों के दबाव का वो सामना नही कर सकते है इसलिए वो यह कदम उठा रहा है।
सब्जी की आढ़त करते है मृतक
मृतक सुखदेव शर्मा श्रीमाधोपुर सब्जी मंडी में आढ़त की दुकान करते है। उनके तीन बेटी व एक बेटा है। बेटा राजस्थान पुलिस में कार्यरत है और जोबनेर में थानाधिकारी है।