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सूदखोरों से परेशान थानाधिकारी के पिता ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में जताई जीने की इच्छा

locationसीकरPublished: Oct 23, 2020 09:13:08 am

Submitted by:

Sachin

सीकर/खंडेला. जोबनेर थानाधिकारी के पिता ने होद गांव में सूदखोरों के आतंक से परेशान हो सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली।

सूदखोरों से परेशान थानाधिकारी के पिता ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में जताई जीने की इच्छा

सूदखोरों से परेशान थानाधिकारी के पिता ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में जताई जीने की इच्छा

सीकर/खंडेला. जोबनेर थानाधिकारी के पिता ने होद गांव में सूदखोरों के आतंक से परेशान हो सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली। बुजुर्ग ने सुसाइड नोट में लिखा कि ब्याज लगाकर इतने रुपए कर दिए कि अब चुकाने में असमर्थ है। उनकी जीने की इच्छा थी लेकिन इन लोगों के दबाव का वो सामना नही कर सकते, इसलिए यह कदम उठा रहे है। परिजन बुजुर्ग को गंभीर हालत में अस्पताल लेकर गए। वहां से रैफर करने पर परिजन चौमूं के निजी अस्पताल लेकर पहुंचे। वहां उनकी मौत हो गई। मृतक के पुत्र ने सूदखोरों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है। थानाधिकारी महेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि सुखदेव शर्मा की जहरीला पदार्थ खाने से मौत हो गई है। मृतक के बेटे हितेश शर्मा निवासी होद ने मुकदमा दर्ज कराया है। उन्होंने बताया कि 21 अक्टूबर की शाम उसके पास गिरधारीलाल जाट ने फोन कर कहा कि उसके पिता सुखदेव शर्मा ने सल्फास खा लिया है। फोन करने के बाद पिता ने फोन काट दिया और मोबाइल अब बंद आ रहा है। गिरधारीलाल ने भाई बलदेव को फोन कर घर पर भेजा तो घर के अंदर ही चौक में बैठे मिले। पास में पानी का जग और काली रंग की दवाई बिखरी पड़ी थी। तब वे उन्हें गाड़ी से खंडेला अस्पताल लेकर गए। वहां से डॉक्टरों ने रैफर कर दिया। वे चौमूं में इलाज के लिए लेकर पहुंचे। सल्फास खाने की बात सुनकर हितेश जोबनेर से रवाना होकर चौमूं में निजी अस्पताल आ गए। वहां पर सुखदेव शर्मा को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती करवा रखा था। रात को करीब दो बजे अस्पताल में उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। खंडेला पुलिस ने पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंप दिया।

आरोप : ब्याज लगाकर रुपए चुकाने का बना रहे थे दबाव

हितेश ने पुलिस को बताया कि 20 व 21 अक्टूबर को उसके पिता ने व्हाट्सएप कॉल किया। बंशीधर मंगावा, विजय मंगावा व उसके परिवार के लोग पैसों के लिए परेशान कर रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं। उसके पिता को ब्याज के चंगुल में फंसा लिया और उन्हें पैसे के लिए प्रताडि़त कर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। वे ब्याज पर ब्याज लगाकर पैनल्टी वसूल कर रहे थे। हितेश ने बताया कि उसने बंशीधर से फोन पर बात की तो उसने कहा कि उसके पिताजी के खाली चेक व स्टाम्प रखे हुए हंै। वो उनसे पैसे अपने आप ही निकाल लेगा। साथ ही जैसाराम ने कहा कि चेक व स्टांप हमारे पास है। हमारे रुपए दे दो, नहीं तो तुझे नौकरी से सस्पेंड करा देंगे।

जेब से सात-सात लाख रुपए भरे दो चेक मिले
मृतक सुखदेव की जेब से एसबीआइ बैंक के दो चेक मिले हैं। दोनों चेक में जैसाराम बिजारणियां के नाम से 7-7 लाख रुपए भरे हुए थे। हितेश ने बताया कि वह उसके पिता को ब्याज पर ब्याज लगाकर पैसों के लिए प्रताडि़त कर रहा था। बंशीधर मंगावा, विजय मंगावा व जैसाराम बिजारणियां सहित अन्य व्यक्ति उसके पिता को पैसे देने के लिए दबाव बना रहे थे। उनसे परेशान होकर सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली।

सुसाइड नोट में लिखा : कर्जदार से बहुत दुखी

पीडित ने बताया कि मकान में एक कॉपी मिली है। पिताजी द्वारा लिखा हुआ सुसाइड नोट मिला है। जिसमें लिखा हुआ है कि वो कर्जदार से बहुत दुखी हो गए है। सभी ने ब्याज के ब्याज लगाकर इतने रुपए कर दिए है कि जिन्हें चुकाने में वो असमर्थ है। इसके अलावा उनके पास ओर कोई उपाय नही था। उन्होंने लिखा कि उनकी जीने की इच्छा थी, लेकिन इन लोगों के दबाव का वो सामना नही कर सकते है इसलिए वो यह कदम उठा रहा है।


सब्जी की आढ़त करते है मृतक
मृतक सुखदेव शर्मा श्रीमाधोपुर सब्जी मंडी में आढ़त की दुकान करते है। उनके तीन बेटी व एक बेटा है। बेटा राजस्थान पुलिस में कार्यरत है और जोबनेर में थानाधिकारी है।

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