एजेंसियों से ली जानकारी के अनुसार पिछले तीन दिन से सीकर में मांग की तुलना में 63 फीसदी ही सिलेंडरों की आपूर्ति हो पा रही है। ऐसे में रसोई गैस कम्पनियों का बैकलॉग बढ़ गया है। एजेंसी संचालकों की माने तो आने वाले दिनों में रसोई गैस की किल्लत रहेगी।
पाइपलाइन बाधित होने से परेशानी : सीकर जिले में इस समय
बीकानेर से सिलेंडरों की आपूर्ति हो रही है।
बीकानेर प्लांट में टैंकरों से आपूर्ति होने के कारण समय पर सिलेंडरों की जिले में आपूर्ति नहीं हो पाती है। इस कारण जिले की मांग और आपूर्ति का संतुलन गडबड़ा गया है।
यह है हकीकत
जिले में तीन लाख 85 हजार से ज्यादा रसोई गैस उपभोक्ता हैं। इस लिहाज से जिले में रोजाना औसतन एक लाख 13 सिलेंडर रीफिल की खपत है। जबकि इस समय करीब 63 हजार सिलेंडर आ रहे हैं।
एजेंसियों से ली जानकारी के अनुसार जिले में सिलेंडर रीफिल
जयपुर व
अजमेर से सिलेंडर रिफिल आते हैं। जहां पाइप लाइन से आपूर्ति होने के कारण मांग के अनुसार ट्रक से जिले की रसोई गैस एजेंसियों तक सिलेंडर पहुंच जाते थे।