ग्रामीणों ने कहा बनाया जा रहा डर का माहौल
इधर, कुछ ग्रामीणों ने भी गांव में कोरोना से मौतें बढऩे की खबरों को झूठा बताया। उनका कहना था कि गांव में कोरोना से केवल 3 मौत हुई है। बाकी मौतें स्वभाविक थी। उनका कहना था कि कोरोना के नाम पर गांव में जानबूझकर डर का माहौल बनाया जा रहा है।
तहसीलदार ने की समीक्षा
इससे पहले मंगलूणा गांव में शनिवार को तहसीलदार भीमसेन सैनी ने कोविड समीक्षा बैठक ली। बैठक में सरपंच, ग्राम विकास अधिकारी, आगनबाड़ी सहायिका, चिकित्साकर्मी व कोर कमेटी के सदस्यों समेत कई लोग शामिल रहे। बैठक में तहसीलदार ने गांव में कोरोना लक्षण वाले लोगों को आइसोलेट करने व उनकी जांच कर तत्परता से उपचार किये जाने के निर्देश दिये। गांव में पिछले पन्द्रह दिनों में 17 लोगों की मौत होना सामने आया था। हालांकि प्रशासन का माना कि सभी मौतें कोरोना से नहीं हुई है। केवल तीन मृतकों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो पाई है। शनिवार को डोर-टू-डोर सर्वे में कई कोरोना लक्षणों वाले लोग सामने आये। तहसीलदार ने बताया कि शनिवार को पीएचसी में 49 लोगों की सैम्पलिंग की गई। चिकित्साधिकारी डॉ वसीम अहमद ने बताया कि अब तक 18 लोग पॉजिटिव आये थे। जिनमें से 14 लोग उपचार के बाद नेगेटिव हो चुके है। बाकी को होम आइशोलेशन में रखा गया है।