चर्चा के मामले में बिरला सबसे आगे वाद विवाद में हिस्सा लेने के मामले में कोटा सांसद ओम बिरला सबसे आगे रहे। इसके बाद जयपुर ग्रामीण सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह सबसे पीछे रहे। राठौड़ ने महज 3 बार ही वाद विवाद में हिस्सा लिया।
सीकर सांसद ने 115 तो चूरू सांसद ने 89 प्रश्न पूछे
शेखावाटी क्षेत्र से चुने गए तीन सांसदों में सीकर सांसद सुमेधानंद सरस्वती जनता से जुड़े मुद्दे सदन में उठाने हो या फिर वाद विवाद में हिस्सा लेने जैसे दोनों कार्य में आगे रहे हैं। झुंझुनूं सांसद नरेन्द्र कुमार का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा। सीकर सांसद ने 115 प्रश्न पूछे व 30 बार वाद विवाद में हिस्सा लिया। वहीं चूरू सांसद राहुल कस्वां ने 89 प्रश्न पूछे। कस्वां ने भी 30 बार वाद विवाद में हिस्सा लिया। झुंझुनूं सांसद नरेन्द्र कुमार ने सिर्फ दो ही प्रश्न पूछे व 14 बार वाद विवाद में हिस्सा लिया।
कई माननीयों ने जनता से जुड़े मुद्दों पर नहीं दिखाई रूचि देश की सबसे बड़ी पंचायत में प्रदेश के 25 नुमाइंदों में से कई माननीयों ने जनता से जुड़े मुद्दों पर कोई खास रूचि नहीं दिखाई। सात सांसदों ने तो 50 से भी कम सवाल पूछे। वहीं छह सांसदों ने 10 बार से कम वाद विवाद में हिस्सा लिया।
यह है प्रदेश के सांसदों का रिपोर्ट कार्ड
लोकसभा सदस्य — वाद-विवाद — प्रश्न कनकमल कटारा, बांसवाड़ा 11 — 103
नरेन्द्र कुमार, झुंझुनूं 14 — 2 दीया कुमारी, राजसमंद 6 — 53
राहुल कस्वां, चूरू 30 — 89
कैलाश चौधरी, बाड़मेर 7 — 0 (मंत्री होने के कारण सवाल नहीं पूछ सकते) पी.पी. चौधरी, पाली 37 — 110
भगीरथ चौधरी, अजमेर 25 — 31 निहाल चंद, श्रीगंगानगर 27 — 89
चन्द्र प्रकाश जोशी, चित्तौडगढ़ 43 — 110
बालकनाथ, अलवर 4 — 30 देवजी पटेल, जालौर 48 — 100
हनुमान बेनीवाल, नागौर 59 — 65 सुभाषचंद्र बेहडिय़ा, भीलवाड़ा 19 — 6
ओम बिरला, कोटा 128 — 0 (लोकसभा अध्यक्ष होने के कारण सवाल नहीं पूछ सकते)
अर्जुन राम मेघवाल, बीकानेर 86 — 0 (मंत्री होने के कारण सवाल नहीं पूछ सकते)
अर्जुनलाल मीना, उदयपुर 12 — 42 जसकौर मीना, दौसा 18 — 58
डॉ मनोज राजोरिया, करौली-धौलपुर 30 — 72
गजेन्द्र सिंह शेखावत, जोधपुर 6 — 0 (मंत्री होने के कारण सवाल नहीं पूछ सकते) सुमेधानंद सरस्वती, सीकर 30 — 115
दुष्यंत सिंह, झालावाड़-बारां 32 — 44