लोकल भाषा से आए पकड़ में ( crime in Sikar )
घटना के बाद एएसपी देवेंद्र शर्मा के नेतृत्व में उपअधीक्षक कमल सिंह चौहान, दादिया थानाधिकारी बृजेंद्र ङ्क्षसह राठौड़, रानोली एसएचओ पवन चौबे, रामगढ़ सेठान के एसएचओ हिम्मत सिंह व साइबर सैल के प्रभारी मनीष कुमार की टीम बनाई गई। दंपती ने इनको बताया कि वारदात करने वाले लोकल भाषा में बात कर रहे थे। पुलिस को पता लगा कि घटना में जिले के स्थानीय लोग ही शामिल हैं। इसके बाद स्थानीय बदमाशों को चिंह्ति कर पुलिस ने उनसे पूछताछ की तो शौकत के बारे में जानकारी मिली। इसके बाद घटना में शामिल बाकी आरोपियों तक भी पुलिस आसानी से पहुंच गई।
कुलदीप ने चलाई गोली
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि दंपती की कार पर इनामी बदमाश कुलदीप ने गोली चलाई थी। दो बार कार के टक्कर भी मारी थी। इससे पहले पांचों लोग घटना स्थल के पास हो रही एक लडक़ी की शादी में बाराती के बहाने रूके हुए थे। यहां खड़ी बाकी गाडिय़ों के पास इन लोगों ने अपनी दोनों गाड़ी खड़ी कर रखी थी। यहां ये लोग एक सख्स से बात कर रहे थे। क्योंकि शौकत व बबलू उसको जानते थे। इधर, घटना के बाद जब पुलिस ने उस सख्स को दबोचा तो इनके नाम सामने आने पर पुलिस ने पांचों को दबोच लिया।
लूटनी थी दूसरी कार
अपराधी शौकत ने अपने पांचों साथियों को सूचना दी थी कि आरजे 37 नंबर की कार दिल्ली से पांच किलो सोना लेकर आ रही है। इसके बाद मास्टर माइंड सुरेंद्र ने सोना लूटने की योजना बनाई और रूट के हिसाब से घटना स्थल के पास आकर खड़े हो गए तथा संबंधित कार का इंतजार करने लगे। इधर, जब दंपती परिवार की कार के नंबर भी आरजे 37 होने पर वे भ्रमित हो गए और सोना लेकर आने वाली कार के भरोसे इनको लूट लिया।
अलग-अलग हो गए आरोपी
पुलिस अधीक्षक डा. अमनदीप सिंह कपूर व दादिया थानाधिकारी बृजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि घटना के बाद पांचों आरोपी गुंगारा से खिरोड़ की तरफ निकल गए थे। पकड़े जाने के डर से पांचों अलग-अलग हो गए थे। जिनको पुलिस की टीमों ने गिरफ्तार कर लिया। पीडि़त दंपती परिवार से इनकी शिनाख्ती करवाई जाएगी।