इस दौरान उसने रींगस के एक होटल पर खाकर पैसे भी चुका दिए थे। लेकिन, वेटर की खराब सर्विस की शिकायत जब उसने होटल मालिक से की तो उसके लड़के और होटल के कर्मचारियों ने उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। बेहोश होने पर उसके गले से सोने की चेन, सेना का परिचय पत्र, घड़ी, मोबाइल व 18 हजार रुपए नकद निकाल लिए।
इसके बाद होटल के एक कर्मचारी ने अपने आप को पुलिस वाला बताकर उसे अस्पताल में ले जाकर पट्टी करवाई और रींगस थाने में छोड़ गया। घटनाक्रम की रींगस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद भी पुलिस आरोपियों पर कार्रवाई नहीं कर रही है। उसकी गाड़ी जब्त कर दादागिरी के साथ होटल मालिक के साथ राजीनामे का दबाव बना रही है। ऐसे में उसके मामले की जांच किसी दूसरे पुलिस अधिकारी से करवाई जाए।