11 साल पहले हुआ था भर्ती
जवान के छोटे भाई महेंद्र कुमार ने बताया कि सागरमल 11 साल पहले बीएसएफ में भर्ती हुआ था। हाल ही में वह हिसार में पोस्टेड था। जहां से उसकी ड्यूटी करनाल जेल में निगरानी टॉवर पर लगी थी। सागर मल गांव आया हुआ था और दो माह पहले ही ड्यूटी पर गया था।
दस माह पहले हुई थी शादी, पत्नी गर्भवती
सागर मल की दस माह पहले ही भादवाड़ी निवासी सुमन देवी के साथ शादी हुई थी। पत्नी अभी आठ माह की गर्भवती है। सागर मल के मौत की खबर रविवार रात तक परिजनों से छुपाई रखी गई। केवल छोटे भाई महेंद्र कुमार को ही इसकी जानकारी थी। सागर मल तीन भाइयों में मंझला था। पिता नाथूराम का दस साल पहले निधन हो चुका है। घर में बुजुर्ग मां मालीदेवी, बड़ा भाई गोपाल व छोटा भाई महेंद्र है।
गांव में सन्नाटा, अंतिम संस्कार आज
घटना की जानकारी मिलते ही गांव में सन्नाटा पसर गया। लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर दी। ग्रामीण बस स्टैंड व चौपालों पर जवान की पार्थिव देह के इंतजार में बैठ गए। जो देर शाम गांव पहुंचा। जवान का अंतिम संस्कार आज सैनिक सम्मान से किया जाएगा।