script25 फीट ऊंचे निगरानी टावर से गिरने पर सीकर के बीएसएफ जवान की मौत, 10 महीने पहले हुई थी शादी, पत्नी गर्भवती | Sikar's BSF jawan dies after falling from a 25-feet-high surveillance | Patrika News

25 फीट ऊंचे निगरानी टावर से गिरने पर सीकर के बीएसएफ जवान की मौत, 10 महीने पहले हुई थी शादी, पत्नी गर्भवती

locationसीकरPublished: Aug 10, 2020 08:40:16 am

Submitted by:

Sachin

(Sikar’s BSF jawan dies after falling from a 25-feet-high surveillance tower) सीकर/मूंडरू/नांगल नाथूसर.राजस्थान के सीकर जिले के मूंडरु कस्बे के नजदीकी गांव रतनपुरा निवासी एक बीएसएफ के जवान की हरियाणा के करनाल जेल में निगरानी टॉवर पर ड्यूटी करते वक्त गिरने से मौत हो गयी।

25 फीट ऊंचे निगरानी टावर से गिरने पर सीकर के बीएसएफ जवान की मौत, 10 महीने पहले हुई थी शादी, पत्नी गर्भवती

25 फीट ऊंचे निगरानी टावर से गिरने पर सीकर के बीएसएफ जवान की मौत, 10 महीने पहले हुई थी शादी, पत्नी गर्भवती

(Sikar’s BSF jawan dies after falling from a 25-feet-high surveillance tower) सीकर/मूंडरू/नांगल नाथूसर.राजस्थान के सीकर जिले के मूंडरु कस्बे के नजदीकी गांव रतनपुरा निवासी एक बीएसएफ के जवान की हरियाणा के करनाल जेल में निगरानी टॉवर पर ड्यूटी करते वक्त गिरने से मौत हो गयी। जजानकारी अनुसार रतनपुरा का बत्तीस वर्षीय सागर मल जाट हरियाणा के हिसार में बीएसएफ की 177 वीं बटालियन में तैनात था। पिछले कई दिनों से वह करनाल जेल में ड्यूटी कर रहा था। सुबह निगरानी टॉवर पर ड्यूटी के दौरान टॉवर से गिर जाने से सागर मल घायल हो गया। जहां से उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। शनिवार शाम को उपचार के दौरान जवान सागर मल ने दम तोड़ दिया। पोस्टमार्टम के बाद रविवार देर रात शव पुलिस थाने में पहुंचा। सोमवार को जवान की अंत्येष्टि की जाएगी।

11 साल पहले हुआ था भर्ती
जवान के छोटे भाई महेंद्र कुमार ने बताया कि सागरमल 11 साल पहले बीएसएफ में भर्ती हुआ था। हाल ही में वह हिसार में पोस्टेड था। जहां से उसकी ड्यूटी करनाल जेल में निगरानी टॉवर पर लगी थी। सागर मल गांव आया हुआ था और दो माह पहले ही ड्यूटी पर गया था।

दस माह पहले हुई थी शादी, पत्नी गर्भवती
सागर मल की दस माह पहले ही भादवाड़ी निवासी सुमन देवी के साथ शादी हुई थी। पत्नी अभी आठ माह की गर्भवती है। सागर मल के मौत की खबर रविवार रात तक परिजनों से छुपाई रखी गई। केवल छोटे भाई महेंद्र कुमार को ही इसकी जानकारी थी। सागर मल तीन भाइयों में मंझला था। पिता नाथूराम का दस साल पहले निधन हो चुका है। घर में बुजुर्ग मां मालीदेवी, बड़ा भाई गोपाल व छोटा भाई महेंद्र है।

गांव में सन्नाटा, अंतिम संस्कार आज
घटना की जानकारी मिलते ही गांव में सन्नाटा पसर गया। लोगों ने अपनी दुकानें बंद कर दी। ग्रामीण बस स्टैंड व चौपालों पर जवान की पार्थिव देह के इंतजार में बैठ गए। जो देर शाम गांव पहुंचा। जवान का अंतिम संस्कार आज सैनिक सम्मान से किया जाएगा।

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