लिहाजा ऐसी खबरों से समाज को सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि फेक न्यूज सामान्य संदेश के साथ फोटो, ऑडियो और वीडियो में छेड़छाड़ कर भी परोसी जा रही है, तो कुछ असामाजिक तत्व किसी के पक्ष या विपक्ष में माहौल बनाने के लिए आवाज की नकल करके झूठे ऑडियो भी वायरल कर रहे हैं। जिन्हें पहचानने और आगे बढ़ाने से रोकने की सख्त आवश्यकता है। क्योंकि यह चुनावी माहौल से लेकर सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक ताने बाने तक को प्रभावित कर रही है। उन्होंने उदाहरण सहित बताया कि किस तरह फेक न्यूज देश दुनिया के माहौल पर बुरा असर डाल रही है।
पत्रिका का चैलेंज और संकल्प लिया
फेक न्यूज पर जानकारी देने के साथ इस दौरान कॉलेज स्टाफ और छात्र छात्राओं को पत्रिका का वोट चेैलेंज भी दिया गया। जिसे पहले पूरे स्टाफ ने स्वीकार किया और अनिवार्य रूप से मतदान करने की घोषणा के साथ उस चैलेंज को छात्र छात्राओं को दिया। जिसे छात्र छात्राओं ने भी स्वीकार करते हुए आगे बढ़ाया। कार्यक्रम का समापन पत्रिका के संकल्प कार्यक्रम से हुआ। जिसमें मौजूद लोगों ने आगामी चुनाव में अनिवार्य रूप से मतदान के साथ साथ स्वच्छ और इमानदार छवि के उम्मीदवार का चयन करने और फेक न्यूज से बचने और लोगों को बचाने की शपथ ली।