scriptसीकर सेना भर्ती: नशे की वजह से दौड़ में फूल रही सांसे, साथ ही टूट रहा फौजी बनने का सपना ! | Sikar sena bharti Rally 2019 drug addiction break young's dreams | Patrika News

सीकर सेना भर्ती: नशे की वजह से दौड़ में फूल रही सांसे, साथ ही टूट रहा फौजी बनने का सपना !

locationसीकरPublished: Oct 14, 2019 04:07:27 pm

Submitted by:

Naveen

Sikar Sena Bharti Rally : शेखावाटी के युवाओं का सीना लगातार सिकुड़ रहा है। सीकर में जारी सेना भर्ती रैली में शामिल युवा दौड़ के बाद सबसे ज्यादा सीने और लंबाई की नाप में असफल हो रहे हैं।

सीकर सेना भर्ती: नशे की वजह से दौड़ में फूल रही सांसे, साथ ही टूट रहा फौजी बनने का सपना !

सीकर सेना भर्ती: नशे की वजह से दौड़ में फूल रही सांसे, साथ ही टूट रहा फौजी बनने का सपना !

सीकर.

Sikar Sena Bharti Rally : शेखावाटी के युवाओं का सीना लगातार सिकुड़ रहा है। सीकर में जारी सेना भर्ती रैली में शामिल युवा दौड़ के बाद सबसे ज्यादा सीने और लंबाई की नाप में असफल हो रहे हैं। चार दिन की दौड़ में छह तहसीलों के 16 हजार 984 अभ्यर्थी शामिल हुए। इनमें से 1396 अभ्यर्थी लंबाई की वजह से और 15 हजार 223 अभ्यर्थी दौड़ में बाहर हो गए। जबकि सीने की नाप सहित अन्य कमियों की वजह से 749 मेडिकल अनफिट हो गए। पिछली सेना भर्ती रैली के मुकाबले इस बार सीने व लंबाई की वजह से फेल होने वालों की संख्या में दो से तीन फीसदी का इजाफा हुआ है। कई गौरव सेनानियों का कहना है कि एक दौर था जब दौड़ में पास होने के बाद 80 फीसदी तक अभ्यर्थियों का अंतिम चयन तक होता था। एक्सपर्ट का कहना है कि युवाओं को खानपान, व्यायाम व दिनचर्या के नियमित टिप्स मिले तो युवाओं का सेना में जाकर दुश्मनों के दांत खट्टे करने का सपना पूरा हो सकता है।

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आज यहां के युवा लगाई दौड़
सेना भर्ती रैली में सोमवार को जयपुर जिले के विराट नगर के 1723, फुलेरा के 1459, फागी के 989, सांगानेर के 1275, बस्सी के 834 अभ्यर्थी दौड़ लगाई। सेना भर्ती रैली 23 तक होगी। इसमें सीकर, जयपुर व टोंक जिले के 66 हजार से अधिक युवाओं ने भर्ती के लिए पंजीयन कराया है।


462 अभ्यर्थी हुए दौड़ में पास
भर्ती रैली के चौथे दिन रविवार को शाहपुरा, चौमंू और मौजमाबाद के 462 अभ्यर्थी दौड़ में पास हुए। भर्ती के लिए इन तीनों तहसीलों से 6128 अभ्यर्थियों ने पंजीयन किया। लेकिन 170 सेमी से कम लंबाई होने के चलते 402 अभ्यर्थियों को भर्ती से वापस लौटना पड़ा।

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फ्लोराइड भी बड़ा कारण
शेखावाटी में फ्लोराइडयुक्त पानी भी युवाओं की दौड़ की राह में बड़ी दिक्कत है। चिकित्सकों का भी मानना है कि शुद्ध पेयजल नहीं होने की वजह से घुटनों में दर्द की वजह से युवाओं को दौड़ में दिक्कत आती है। पिछली सेना भर्ती रैलियों के आंकड़ों पर गौर करें तो लक्ष्मणगढ़ व फतेहपुर इलाके के युवाओं की संख्या लगातार घटी है।


एक्सपर्ट व्यू
सेना में जाने का युवाओं का सपना पूरा करने में फिटनेस आड़े आ रही है। कल्याण अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. देवेन्द्र दाधीच का कहना है कि खानपान काफी बदल गया है। दिनचर्या से शारीरिक व्यायाम पूरी तरह अलग हो गया है। धूम्रपान की लत में युवा जकड़ रहे हैं। इस कारण युवाओं की सांस दौड़ के बीच में टूट रही है। सीना सिकुडऩे के साथ लंबाई भी घट रही है।

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फिर भी गर्व करने को बहुत कुछ
प्रदेश के अन्य जिलों के मुकाबले सीकर सेना भर्ती के आंकड़े काफी उत्साहजनक है। सेना भर्ती के सूत्रों के अनुसार दौड़ में यहां के औसत चार से सात फीसदी अभ्यर्थी पास हो रहे हैं। कई जिलों में यह आंकड़ा महज दो से तीन फीसदी पर सिमट जाता है। यहां दौड़ में एक्सीलेंट आने वालों की संख्या भी काफी अधिक है।

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