दरअसल, जिले में घटते लिंगानुपात को देखते हुए बेटियों को पहचान देने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कवायद शुरू की गई है। कवायद के तहत घरों के बाहर मां और बेटी की नेम प्लेट लगाई जाएगी। बेटी के जन्म पर परिजनों को जिला कलक्टर की ओर बधाई संदेश दिया जाएगा। इसके लिए बधाई संदेश के कार्ड सरकारी अस्पताल और आंगनबाडी केन्द्रों तक पहुंचाए जाएंगे।
बुधवार को बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ टास्क फोर्स की बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर धारा सिंह मीणा ने यह जानकारी दी। कलक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में ***** भेद आधारित गतिविधियों को रोकने, बेटियों पर होने वाली हिंसा को रोकने व बेटियों को शिक्षा एवं समाज में बराबर की भागीदारी सुनिश्चित करने सहित विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई।
बैठक में सहायक निदेशक महिला अधिकारिता डॉ. अनुराधा सक्सेना, सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी पूरण मल, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ओमप्रकाश राड़, अतिरिक्त सीएमएचओं डॉ. हर्षल चौधरी, नेहरू युवा संस्थान सचिव बी.एल मील आदि मौजूद थे।
जिला कलक्टर देंगे बधाई संदेश
बैठक में बीबीबीपी गतिविधियों का अनुमोदन किया गया। जिले में उच्च शिक्षा ग्रहण कर रही बालिकाओं को पहचान दिलवाने के लिए बीबीबीपी लोगों एवं बेटी के जन्म पर जिला कलक्टर की ओर से दिए जाने वाले बधाई संदेश का विमोचन किया गया।