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जिले के सबसे बड़े कॉलेज में पहली बार सिर्फ छात्राएं ही करेंगी मतदान, वजह जानकर आपको भी नहीं होगा यकीन…

प्रदेश में अब तक छात्र संख्या के आधार पर सबसे बड़े कल्याण कॉलेज में इस बार सिर्फ छात्राएं ही छात्रसंघ चुनाव के दौरान मतदान करेंगी।

सीकरAug 20, 2017 / 05:36 pm

vishwanath saini

नवीन पारमुवाल, सीकर.
प्रदेश में अब तक छात्र संख्या के आधार पर सबसे बड़े कल्याण कॉलेज में इस बार सिर्फ छात्राएं ही छात्रसंघ चुनाव के दौरान मतदान करेंगी। जिससे पुलिस व प्रशासन को थोड़ी राहत मिल जाएगी। हर वर्ष कल्याण कॉलेज में छात्रों के मतदान के कारण छात्र संगठन अपना वर्चस्व दिखाने लिए सड़क पर आ जाते हैं। जिसके कारण बजाज सर्किल से कल्याण सर्किल तक के मार्ग को भी पुलिस को बंद करना पड़ता था। जिससे राहगीर परेशान होते थे। ऐसे में इस बार कल्याण कॉलेज में गल्र्स कॉलेज संचालित होने के कारण लोगों को इस परेशानी से बचाया जा सकेगा। पिछले वर्ष यहां कामर्स कॉलेज होने के कारण पुलिस को भारी जाब्ता तैनात करना पड़ा था।

आयु सीमा भी निर्धारित


नई गाइड लाइन के अनुसार सभी पदों पर चुनाव लडऩे वाले विद्यार्थी की आयु अधिकतम 25 वर्ष होगी। वहीं स्नातकोत्तर कक्षाओं के विद्यार्थी के लिए आयु सीमा अधिकतम 28 वर्ष होगी।

सभी महाविद्यालय किए अलग-अलग


छात्र संघ चुनाव में होने वाले घमासान से बचने के लिए कल्याण कॉलेज के तीनों संकाय के अलग-अलग महाविद्यालय संचालित किए गए हैं। जिसमें विज्ञान संकाय सबलपुरा में केन्द्रीय विद्यालय के पास, कला संकाय कटाराथल में तथा कामर्स कॉलेज हिन्दी विद्या भवन में संचालित है। तीनों संकाय में छात्रसंघ चुनाव के लिए मतदान भी उन्हीं स्थानों पर होगा। इसके अलावा विधि संकाय पहले ही दासा की ढाणी में संचालित है। जिससे पुलिस व प्रशासन को जाब्ता लगाने में भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।

सुविधा सबसे बड़ा मुद्दा


जिले के कॉलेजों में होने वाले छात्र संघ चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई हैं। 28 सितम्बर को होने वाले छात्र संघ चुनाव के लिए छात्र संगठनों ने पत्ते खोलना शुरू कर दिया है। अखण्ड एबीवीपी ने पहले ही वाणिज्य महाविद्यालय के प्रत्याशियों के पैनल की घोषणा कर दी है। अन्य छात्र संगठन अपने प्रत्याशियों की जल्द घोषणा कर सकते हैं। छात्र संगठनों ने अब विद्यार्थियों को विभिन्न मुद्दों पर एकजुट करने का भी प्रयास शुरू कर दिया है। विद्यार्थी भी अब वर्ष भर के दौरान संगठनों की ओर से किए गए कार्यों के बारे में पूछ रहे हैं।

लिंगदोह समिति की सिफारिश के अनुसार होंगे चुनाव


छात्रसंघ चुनाव 2017-18 के लिए राज्य सरकार ने गाइड लाइन जारी की है। महाविद्यालयों में चुनाव लिंगदोह समिति की सिफारिशों के अनुसार होंगे। इसके अनुसार स्नातक तृतीय वर्ष या इससे ऊपर के कक्षाओं के विद्यार्थी ही अध्यक्ष एवं महासचिव पद के लिए चुनाव लड़ सकते हैं। वहीं उपाध्यक्ष एवं संयुक्त सचिव पद के लिए स्नातक द्वितीय वर्ष या इससे ऊपर की कक्षाओं के विद्यार्थी ही चुनाव लड़ सकेंगे।

सोमवार से जारी होंगे आईडी कार्ड


छात्रसंघ चुनावों की तिथि घोषणा के बाद अब विद्यार्थियों के आईडी कार्ड सोमवार से जारी होंगे। वाणिज्य एवं विज्ञान वर्ग के विद्यार्थी अपना आईडी कार्ड सोमवार से कॉलेज में मिलेंगे। कला वर्ग के विद्यार्थी को अभी आईडी कार्ड के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। बिना आईडी कार्ड कोई भी विद्यार्थी मतदान नहीं कर सकेगा।
 

यह है लिंगदोह कमेटी की सिफारिश


-चुनाव में किसी प्रकार के प्रिंटेड मैटर का प्रयोग नहीं होगा। प्रिंटेड पंपलेट, पोस्टर, बैनर आदि का प्रयोग प्रचार के लिए नहीं किया जाएगा।
– चुनाव में हाथ से लिखे पोस्टर, पंपलेट का ही प्रयोग हो सकेगा।
-चुनाव प्रचार में किसी भी प्रकार के वाहन, लाउडस्पीकर का प्रयोग वर्जित होगा।
-छात्रसंघ चुनाव से राजनीतिक दल पूरी तरह दूर रहेंगे।
-चुनाव लडऩे वाले प्रत्याशियों की उपस्थिति कक्षा में 75 फीसदी से कम न हो।
 

चुनावों को लेकर क्या कहते है छात्र

छात्रसंघ चुनाव कोई भी जीते, लेकिन कॉलेज का विकास होना बेहद जरूरी है। लाइब्रेरी, कंप्यूटर लैब जैसी मूलभूत सुविधा कॉलेज मेें होनी चाहिए। कॉलेज में आपसी विवाद खत्म होने चाहिए। -कंचन कुमारी, छात्रा, बीकॉम सेकॅंड ईयर
 

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कॉलेजों को संकायवार अलग-अलग करना एक अच्छी पहल है। इससे पढऩे वाले विद्यार्थियों को राहत मिलेगी। हर समय धरने, प्रदर्शन व आपसी तनातनी का भी असर नहीं होगा। ग्रामीण अंचल के विद्यार्थियों को थोड़ी परेशानी है। -मंजू कुमारी, बीकॉम सेकॅंड ईयर
 

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सुविधा के अभाव में वाणिज्य कॉलेज को हिन्दी विद्या भवन में शिफ्ट कर देना गलत है। विद्यार्थियों की संख्या को देखते हुए कॉलेज परिसर छोटा है। यहां तीन कमरों में क्लास लगाई जा रही है। -अंकुर जांगिड़, छात्र, बीकॉम, सेकॅंड ईयर
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कॉलेज में पुस्तकालय व कंप्यूटर लैब की सुविधा नहीं है। दूर से आने वाले विद्यार्थी को साधन के अभाव में काफी समस्या होती है। कॉलेज का विकास होना बेहद जरूरी है। मूलभूत सुविधा कॉलेज मेें होनी चाहिए। -राहुल कुमार, छात्र, बीए फाइनल ईयर

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