किसान अब एक मंच पर
शेखावाटी में यमुना(Yamuna River) का ओवरफ्लो पानी पाने के लिए अब यहां के किसान नेता एक जुट होने लगे हैं। पानी (water)पहुंचने पर यहां की धरा का विकास देख रहे ये भूमिपुत्र (Farmer)इसके लिए काफी प्रयासरत हैं। गुरुवार को इसके लिए बड़ी संख्या में किसान एक मंच पर जुटे और इस मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए एक साथ काम करने पर सहमत हुए।
किसान महापंचायत में सिर्फ एक ही मुद्दा
अजीतगढ़ (Ajitgarh)पंचायत समिति क्षेत्र के गांव गढ़टकनेत के आसपुरा मोड पर स्थित कालिदास मंदिर में गुरुवार शाम 4 बजे किसान महापंचायत के बैनर नीचे किसानों की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में गंगा यमुना के बाढ़ का पानी शेखावटी क्षेत्र की नदियों में लाने पर चर्चा की गई। इस अवसर पर किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि हर खेत को पानी एवं उपज का दाम मिल जावे तो अन्नदाता ऋण मुक्त होकर ऋण दाता बन जाए। जिससे देश का मान बढ़ जाएगा।
सरकारों का नहीं था ध्यान...
किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट ने कहा कि आजादी के पश्चात अगर इस ओर सरकारों ने ध्यान दिया होता तो देश की तकदीर एवं तस्वीर और ही होती।
अब होगा जन जागरण
यमुना का पानी शेखावाटी में लाने के लिए जन जागरण के लिए 16 सदस्य टीम बना कर विधानसभा क्षेत्र के हर गांव में जाकर ग्राम कमेटी का गठन कर किसानों को जागरूक किया जाएगा। बैठक में कहा गया कि हर खेत को पानी एवं फसल का दाम को लेकर किसान महापंचायत ग्राम सभाओं में प्रस्ताव पारित सरकार को भिजवाए एवं इन दोनों मुद्दों को लेकर किसान कल्याण कामना यज्ञ के आयोजन के लिए गांव-गांव में संपर्क कर इसे जन आंदोलन बनाने के लिए किसान समर्पित होकर तन मन से सहयोग करें।
कहां से होकर आएगा यमुना का पानी
हरियाणा-पंजाब (Hariyana-Panjab)से यमुना का पानी भाखड़ा नहर के माध्यम से चूरू होते हुए सीकर(sikar) के कई गांवों में पहुंच सकता है। हरियाणा सीमा में धन्ना सागर बैराज से होते हुए इंदिरा गांधी नहर का पानी यहां की धरती को तर कर सकता है।