चंपा सैनी ने फाइनल में पहुंचने से पूर्व ईरान, भूटान, श्रीलंका की टीमों को परास्त किया था। सर्किट हाउस में सर्व समाज के लोगो द्वारा भव्य स्वागत किया गया। इस के बाद रैली के रूप में शहर में लाया गया। चंपा ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि बेटियां आज किसी से कम नहीं है बेटियों को आगे बढ़ाना चाहिए।
उन्होंने बालिका शिक्षा पर भी जोर दिया ओर कहा कि बेटियां तो देश का नाम रोशन कर रही है बेटियां बेटों से कम नहीं है। इसी के साथ वे लडक़ी होने का गर्व महसूस करती है देश के लिए खेलकर आगे बढऩा और देश का नाम रोशन करना उनकी पहली प्राथमिकता होगी के खेलकर अपना देश का नाम रोशन करेगी।
चंपा सैनी ने कहां की शिक्षा के साथ खेल भी जरूरी है खेल से बौद्धिक विकास भी होता है मेरा जीवन गावो मे बिता है। खेल के माध्यम से समाज के साथ अपने परिवार के साथ प्रदेष व देश का नाम रोशन करे। चंपा सैनी ने बताया शिक्षा के माध्यम से संस्कार बढता है और खेल के माध्यम से देश का नाम रोशन करे। केन्द्र सरकार एंव राज्यसरकार की और से खेलो इण्डिया के तहत खेलों को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाओं चला रही चाहिए। खेल खेलकर देश का नाम रोशन करें।
इसके बाद सर्किट हाउस से लेकर शहर के प्रमुख मार्गों से वाहन रैली के रूप चंपा सैनी का भव्य स्वागत किया गया। सर्किट हाउस मे पहुंचने पर सीकर विधायक रतनलाल जलधारी, पार्षद प्रेमचन्द सैनी, रतनलाल सैनी, मदललाल समर्थपुरा, गोपाल सैनी, परमेश्वर, सुरेश सैनी, विश्वनाथ सैनी, प्रकाष धाधिच, पवन सैनी आदि ने पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया गया।