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LOVE के चक्कर में किसी ने पत्नी का किया मर्डर तो किसी ने गर्लफ्रेंड को लगाया ठिकाने !

locationसीकरPublished: Jun 17, 2018 05:31:05 pm

Submitted by:

Vinod Chauhan

शेखावाटी में प्रेम अब अपनों की जान पर भारी पड़ रहा है। यहां आपसी रिश्तों के बीच अपने ही अपनों की जान के प्यासे बन रहे हैं।

special report on murder case for lover in shekhawati

LOVE के चक्कर में किसी ने पत्नी का किया मर्डर तो किसी ने गर्लफ्रेंड को लगाया ठिकाने

सीकर.

शेखावाटी में प्रेम अब अपनों की जान पर भारी पड़ रहा है। यहां आपसी रिश्तों के बीच अपने ही अपनों की जान के प्यासे बन रहे हैं। पिछले एक माह में चार मामले सामने आए हैं। जिसमें पुलिस के खुलासा हुआ है कि कहीं पत्नी ने प्रेमी के साथ पति की हत्या की है तो कहीं युवती की सगाई से खफा होकर युवक ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। ऐसे मामलों में अब पुलिस के सामने भी कई बार हत्या की गुत्थी सुलझाना मुश्किल हो जाता है। वारदात में शामिल होने के कारण उसे हर कार्रवाई की खबर रहती है। जिससे मामले के खुलासे में अधिक समय लग जाता है।


प्रेमी के साथ की पति की हत्या
पिछले वर्ष 15 दिसम्बर की शाम को झाड़ली से 3 किलोमीटर आगे मेरी महर इंडस्ट्रीयन फैक्ट्री के पीछे नाले में मध्यप्रदेश के मजदूर दुला की हत्या उसकी पत्नी मंजू उर्फ संतोष तथा गांव का बन्ना मेघवाल ने कर दी थी। बाद में शव को नाले में फेंक दिया। शव की शिनाख्त चार माह तक नहीं हो पाई। बाद में दुला के गांव नहीं पहुंचने पर परिजनों ने उसकी पत्नी संतोष पर दबाव बनाया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। संतोष के बन्ना लाल के साथ अवैध संबंध थे।


सगाई से खफा होकर कर दी हत्या
दांतारामगढ़ के भारीजा गांव में ढाणी की एक युवती सगाई से खफा होकर ढाणी के युवक प्रहलाद ने उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी। हत्या से पहले प्रहलाद ने उसे किशनगढ़ के पास पूरे दिन घूमाया। बाद में हत्या के बाद शव की पहचान नहीं हो इसलिए नाले में डाल दिया। करीब 20 दिन बाद मामले का खुलासा हुआ। युवक प्रहलाद के युवती के सगाई से पहले अवैध संबंधों का भी खुलासा हुआ था।

 

एक्सपर्ट व्यू
लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज नई दिल्ली के मनोचिकित्सा विभाग के डा. शिवप्रसाद का कहना है कि इस तरह की स्थितियों में नर नारी को अपना संपूर्ण संसार मान लेता है जिसकारण नारी से कोई अलगाव उसे अपनी स्वयं की पहचान पर आघात महसूस होता है। नर के जीवन के अर्थ और तर्क में अन्य स्त्रोतों का अभाव होता है। नर की पारंपरिक भावना उसे यह बात सिखाती है कि उसके साथ जुड़े रहने पर ही पूरा सम्मान है। इस तरह की टकरावपूर्ण स्थितियों में नर को मान-सम्मान में ठेस लगती है। इस तरह के मामलों में कई बार प्रेम के प्रति विचारधारा भयंकर अपराध का कारण भी बन जाती है। जब इस तरह की स्थितियां होती है तो अपने प्रिय की हत्या की जोखिम भी काफी हद तक बढ़ जाती है। ऐसे विस्फोटक स्थिति सामान्यत नारी के इर्द-गिर्द ही उत्पन्न होती है जो धमकी देती है या वस्तुत: अपने प्रिय से अलग हो जाती है। परिवार के सदस्यों की जिम्मेदारी बनती है कि वह दोनों को समझाएं।

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