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यहां बिजली चोरों को खुली छूट, सरकार को करोड़ों की चपत

locationसीकरPublished: May 16, 2018 01:14:23 pm

Submitted by:

Vinod Chauhan

बिजली कम्पनियों ने बिजली चोरों की धरपकड़ करके उन पर मामला दर्ज कराने की बजाय, अब समझाइश कर बिजली कनेक्शन लेने के आदेश जारी किए हैं।

story of fraud of Crores with power corporations sikar

विनोद सिंह चौहान, सीकर.

चुनावी साल में बिजली चोरों की मौज हो गई है। बिजली कम्पनियों ने बिजली चोरों की धरपकड़ करके उन पर मामला दर्ज कराने की बजाय, अब समझाइश कर बिजली कनेक्शन लेने के आदेश जारी किए हैं। ऐसे में बिजली चोरों के हौंसले बुलंद होंगे और सरकार को करोड़ों का फटका लगेगा। दूसरी तरफ बिजली चोरी का ग्राफ तेजी से बढ़ेगा। बता दें कि पिछले साल अकेले जयपुर डिस्कॉम ने बिजली चोरी के मामलों में 90 करोड़ रुपए से ज्यादा की वसूली की थी। बिजली चोरों को मिली छूट के बाद प्रदेश के करोड़ों रुपए की बिजली चोरी होगी और डिस्कॉम्स के हाथ कुछ नहीं लगेगा। सरकार ने बिजली चोरों पर लगाम कसने के लिए पिछले साल बड़ा अभियान चलाकर प्रदेश की जनता को विश्वास दिलाया था कि अब बिजली चोरी में लिप्त लोग सलाखों के पीछे होंगे। इस काम में शामिल बिजली कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा जाएगा। इस दौरान जयपुर डिस्कॉम में चोरी के हजारों केस बने और 1017 लोगों की गिरफ्तारियां भी की गई। इसमें बिजली कर्मचारी भी शामिल थे।


हाई लॉस फीडरों की होगी पेट्रोलिंग
प्रदेश में हाई लॉस वाले फीडरों पर पेट्रोलिंग करके यह देखा जाए कि कौन लोग बिजली चोरी करते हैं। यदि कोई पकड़ में आता है तो वहां भी समझाइश पर जोर दिया जाए। यदि वही व्यक्ति फिर से पकड़ा जाए तो फिर से समझाइश की जाए। जानकारों की माने तो सरकार के इस आदेश से प्रदेश में बिजली चोरों की तादाद में इजाफा होगा और छीजत का आंकड़ा तेजी से बढ़ेगा। सामने आ रहा है कि आदेश के बाद एक अप्रेल से प्रदेश की बिजली कम्पनियों ने चोरों को पकडऩे के लिए विजिलेंस भी कम कर दी है।


चुनावी साल में लगाया धर पकड़ पर ब्रेक
चुनावी साल में वोट की राजनीति के चलते सरकार ने बिजली चोरों की धरपकड़ पर ब्रेक लगवा दिया है। तभी तो चोरों की गिरफ्तारियों पर जोर देने की बजाय समझाइश के आदेश जारी किए गए हैं। आदेश में कहा गया है कि बिजली चोरी करने वालो से समझाइश कर बिजली कनेक्शन लेने पर जोर दिया जाए। ऐसे में सामने आ रहा है कि पकड़ में आए चोरों पर कार्रवाई नहीं हो सकेगी।


बिजली कम्पनियों की सतर्कता शाखा अब नई रणनीति के तहत काम करेगी। इसे हाई लॉस वाले फीडरों पर नजर रखी जाएगी। ऐसा नहीं है कि बिजली चोरों की वीसीआर नहीं भरी जाएगी। चोरी करने वालों को समझाया जाएगा कि कनेक्शन लें। -आदर्श चौधरी, एएसपी (सतर्कता शाखा) जयपुर डिस्कॉम।

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