दूधिये की मदद से पकड़ा गया आरोपी
आरोपी सुरेश उर्फ जाट एक दूधिये की मदद से पकड़ा गया। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद कोतवाल उदयसिंह यादव, एएसआई जयप्रकाश, कांस्टेबल जीवराज व राकेश ने मामले की जांच शुरू की थी। इस दौरान पुलिस ने घटनास्थल पर खलचूरी की दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले। जिसमें पुलिस को मोहसिन की बाइक के पीछे एक दूधिये की बाइक आती दिखी। इस पर पुलिस ने दूधिये सुनील पुत्र शिवकरण निवासी हिरणा की पहचान कर उससे घटना को लेकर जानकारी ली। इस पर उसने बताया कि उसने बाइक से बैग को गिरते हुए देखा था। जिसे एक फेरी वाले ने उठा लिया था। इस पर पुलिस उस फेरी वाले की तलाश में जुट गई।
रुपये देख मन में आई खोट, रहने लगा बेचैन
पुलिस के अनुसार रुपये मिलने के बाद फेरीवाले के मन में खोट आ गया। वह घटनास्थल के पास ही मिल गया था। लेकिन, उसने बैग को सड़क बनाने वाले मजदूरों द्वारा उठा ले जाने की बात कही। इस पर पुलिस का संदेह दूधिये पर भी गया। लेकिन, पुलिस ने फेरीवाले के घर के नजदीक भी जांच जारी रखी। इस बीच शातिर सुरेश ने रुपयों के बारे में पत्नी तक को भ्ीा नहीं बताया। लेकिन, वह बेचैन रहने लगा। इसी बीच मुखबिर से फेरीवाले के पास ही रुपये होने की पुष्टि हो गई। जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसने पुलिस को भी बताया कि इतने सारे रुपए देखकर मन में बेइमानी आ गई थी। इसलिए वह चुपचाप रुपए घर ले आया था।