उन्होने कहा कि शिक्षा में समाजसेवा व राष्ट्रीयता को शामिल करना चाहिए, ताकि बच्चों को इनके महत्व के बारे में जानकारी मिल सके। कार्यक्रम में व्यवसाई अनूप भरतिया, वरिष्ठ सर्जन डॉ जी एल राठी, संस्था के चैयरमैन एस एस गोयनका, रैवासा पीठ के राघवाचार्य महाराज, आशुतोष गोयनका, मीता गोयनका, संस्था प्रधान राजेश मोहन शर्मा, समन्वयक राजेश आचार्य, बीएड प्राचार्य डॉ राकेश बुडानिया, कॉलेज प्राचार्य डॉ. नरेंद्र कुमार, फार्मेसी प्राचार्य डॉ. देवेंद्र राठौर तथा उपप्राचार्य बिंदु शर्मा ने भी विचार व्यक्त किए। इस मौके पर शिक्षा, खेल, साहित्यिक आदि गतिविधियों में वर्षभर बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्राओं का संस्थान के ट्रस्टी श्याम सुंदर गोयनका की ओर से विशेष सम्मान किया गया। इस अवसर पर भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के जयपुर संभाग प्रभारी विष्णू भूत, आशीष सर्राफ, नागरिक परिषद के सचिव पवन गोयनका, पूर्व विधायक दिलसुख राय चौधरी, भंवर सिंह रणंवा, डॉ सीमा शर्मा, आचार्य नटवरलाल जोशी आदि उपस्थित थे।
चुनावों के समय दबाव की राजनीति करते हैं कर्मचारी
लक्ष्मणगढ़. चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ ने कहा कि कर्मचारियों की हड़ताल में कोई भी सरकारी चूक या लापरवाही नहीं हैं, कर्मचारी चुनावों के समय दबाव की राजनीति करते हैं। उनकी मंशा रहती है कि सरकार से चुनावों के समय कुछ ना कुछ मांग लू। आचार संहिता लगते ही कर्मचारी ड्यूटी पर लौट आए। उक्त बात सर्राफ ने शुक्रवार को लक्ष्मणगढ़ आगमन पर पत्रिका से विशेष बातचीत में कही।
चुनावों के समय दबाव की राजनीति करते हैं कर्मचारी
लक्ष्मणगढ़. चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ ने कहा कि कर्मचारियों की हड़ताल में कोई भी सरकारी चूक या लापरवाही नहीं हैं, कर्मचारी चुनावों के समय दबाव की राजनीति करते हैं। उनकी मंशा रहती है कि सरकार से चुनावों के समय कुछ ना कुछ मांग लू। आचार संहिता लगते ही कर्मचारी ड्यूटी पर लौट आए। उक्त बात सर्राफ ने शुक्रवार को लक्ष्मणगढ़ आगमन पर पत्रिका से विशेष बातचीत में कही।
सर्वे व सट्टा बाजार में चुनावों में भाजपा के विपरीत परिणामों को लेकर सर्राफ ने कहा कि सर्वे व सट्टा बाजार कुछ भी कहते होंगे, हम उन पर विश्वास नहीं करते हैं। भाजपा 180 प्लस सीटों के साथ सत्ता में वापसी करेगी। रीट 2018 की शिक्षक भर्ती में कोर्ट का निर्णय आने के बावजूद युवाओं को सरकारी नौकरी नहीं दिए जाने के सवाल पर सर्राफ ने कहा कि कोर्ट ने निर्णय दे दिया, परन्तु आचार संहिता के कारण उन्हे ंनियुक्तियां नहीं दे पा रहे हैं। भाजपा सरकार की इस मामले में साफ नियत हैं और सरकार सभी को नियुक्ति देने की पक्षधर हैं।