इन आठ शार्प शूटर्स की हुई पहचान
पंजाब पुलिस ने मूसेवाला हत्याकांड में 8 शार्प शूटर्स की पहचान की है। जो चार अलग अलग राज्यों के हैं। इनमें राजस्थान से सुभाष बानूड़ा के अलावा पंजाब के तरनतारन के जगरूप सिंह रूपा और मनप्रीत मन्नू, हरियाणा का सोनीपत निवासी प्रियव्रत फौजी और मनप्रीत भोलू, महाराष्ट्र का पूणे निवासी संतोष जाधव व सौरव महाकाल तथा पंजाब के बठिंडा का हरकमल सिंह रानू शामिल हैं।
पिता की मौत का बदला लेने के लिए अपराध जगत में आया सुभाष
सुभाष बानूड़ा गैंगस्टर आनंदपाल के करीबी दोस्त बलवीर बानूड़ा का बेटा है। करीब आठ साल पहले आनंदपाल के साथ बीकानेर जेल में सजा काटने के दौरान श्रीमाधोपुर के शॉर्प शूटर शंकर ने दोनों पर फायरिंग कर दी थी। जिसमें आनंदपाल को बच गया लेकिन बलवीर बानूड़ा हत्या का शिकार हो गया। पिता का बदला लेने के लिए ही सुभाष ने अपराध जगत में कदम रख लिया।
आनंदपाल के जरिये लारेंस गैंग से कनेक्शन
मूसेवाला हत्याकांड में शामिल लॉरेंस गैंग से सुभाष बानूड़ा के कनेक्शन की वजह आनंदपाल गैंग ही रही है। क्योंकि राजस्थान में आनंदपाल व लॉरेंस विश्नोई गैंग एक दूसरे की सहयोगी रही है और सुभाष बानूड़ा के पिता बलवीर बानूड़ा आनंदपाल गैंग के प्रमुख गुर्गों में शामिल था।
29 मई को हुई थी मूसेवाला की हत्या
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या 29 मई की शाम मानसा के गांव जवाहरके में कर दी गई थी। थार जीप में जाते समय बोलेरो व कोरोला गाड़ी में सवार शूटर्स ने उस पर 40 राउंड फायर किए थे। जिनमें से 7 गोलियां सीधी मूसेवाला को लगी थी। घटना में करीब 15 मिनट बाद ही मूसेवाला ने दम तोड़ दिया था।
दुकान में घुसकर की थी फायरिंग, लूट का आदि
शार्प शूटर सुभाष ने पिता की मौत का बदला लेने के लिए चार साल पहले सीकर में अपने साथियों के साथ झुंझुनूं बाईपास स्थित दुकान में घुसकर मनोज ओला पर भी फायरिंग की थी। जिसमें वह घायल हो गया था। बाद में पुलिस ने उसे चूरू से गिरफ्तार किया था। सुभाष पर हथियार दिखाकर लूट के भी मुकदमे दर्ज हैं।