शिक्षक नेताओं की क्लास के बाद उठाया कदम
शिक्षा मंत्री के सीकर आवास पर ज्ञापन देने आए शिक्षकों को लताड़ के बाद विभाग ने इस दिशा में कदम आगे बढ़ाया है। इधर, विभाग के अधिकारी शनिवार को पांचों शिक्षकों की उपस्थिति के बारे में पता करने में जुटे रहे। सूत्रों का दावा है कि पांचों शिक्षक छुट्टी लेकर ज्ञापन देने आए थे। ऐसे में अभी तक विभाग की ओर से निलंबन की कार्रवाई नहीं की गई है।
और यह बोले शिक्षक संगठन पदाधिकारी
शैक्षिक ढांचा मजबूत होगा
शिक्षक संगठनों को सरकार के मान्यता प्रदान करने से शैक्षिक ढांचा मजबूत होगा। इसके लिए पिछले 20 वर्षों का संगठनों की गतिविधियों,आय-व्यय और सदस्यता विवरण की जांच कर पूर्ण पारदर्शिता के साथ संगठनों को मान्यता प्रदान की जाए।
उपेन्द्र शर्मा प्रदेश महामंत्री, राजस्थान शिक्षक संघ (शेखावत)
शिक्षक राष्ट्रीय भी समर्थन में
शिक्षक संघ राष्ट्रीय गिरदावरी के पूर्ण समर्थन में है। कई बार संगठन की ओर से मांग की जा चुकी है। इससे हकीकत में ग्रास रूट पर काम करने वाले शिक्षक संगठनों को भी फायदा मिलेगा।
सम्पत सिंह, प्रदेश अध्यक्ष, राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय
जो लोग महज लैटर पेड लेकर शिक्षकों को गुमराह करने की कोशिश करते है उससे गिरदावरी होने से लगाम लगेगी। रेसला पूरी तरह शिक्षकों को विभागीय मान्यता देने के पक्ष में है।
मोहन सिहाग, प्रदेश अध्यक्ष, रेसला
यह होगा फायदा:
बच्चों की पढ़ाई नहीं होगी प्रभावित
शिक्षक संगठनों की हर साल तय समय पर वार्ता होने से शिक्षकों को शिक्षा विभाग के अधिकारियों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेगे। इससे शिक्षकों के साथ विद्यार्थियों को राहत मिलेगी।
कागजी सगठनों पर रोक
प्रदेश में कई शिक्षक संगठन कागजों में है। गिरदावरी होने से ऐसे संगठनों पर रोक लग सकेगी।