scriptसमाज में जगाई शिक्षा की अलख,पत्रिका ने किया इन प्रेरणा स्रोत हस्तियों का सम्मान | teachers rewards on guru poornima | Patrika News
सीकर

समाज में जगाई शिक्षा की अलख,पत्रिका ने किया इन प्रेरणा स्रोत हस्तियों का सम्मान

गुरु महिमा के अलग-अलग नजारे और जज्बे से बदले सरकारी व निजी स्कूलों के हालातों से रूबरू होती शिक्षानगरी। संघर्ष की प्रेरणादायक कहानियों पर तालियों की गूंज।

सीकरJul 17, 2019 / 05:59 pm

Vinod Chauhan

गुरु महिमा के अलग-अलग नजारे और जज्बे से बदले सरकारी व निजी स्कूलों के हालातों से रूबरू होती शिक्षानगरी। संघर्ष की प्रेरणादायक कहानियों पर तालियों की गूंज।

समाज में जगाई शिक्षा की अलख,पत्रिका ने किया इन प्रेरणा स्रोत हस्तियों का सम्मान

सीकर.

गुरु महिमा के अलग-अलग नजारे और जज्बे से बदले सरकारी व निजी स्कूलों के हालातों से रूबरू होती शिक्षानगरी। संघर्ष की प्रेरणादायक कहानियों पर तालियों की गूंज। कुछ ऐसा ही नजारा मंगलवार शाम को प्रिंस एज्युकेशन हब में आयोजित गुरु वंदन कार्यक्रम में देखने को मिला। राजस्थान पत्रिका व प्रिंस एकेडमी की ओर से आयोजित कार्यक्रम में शैक्षिक नवाचारों के दम पर शिक्षानगरी का नाम रोशन करने वाले सरकारी व निजी 57 शिक्षकों को सम्मानित किया। कार्यक्रम में जिला कलक्टर सीआर मीणा, पुलिस उपाधीक्षक सौरभ तिवाड़ी, प्रिंस एज्युकेशन हब के निदेशक जोगेन्द्र सुंडा, शिक्षाविद् चैनसिंह आर्य, राजस्थान पत्रिका के सम्पादकीय प्रभारी विनोद सिंह चौहान, शाखा प्रबंधक निश्चल जैन, पीसीपी चेयरमैन डॉ. पीयूष सुंडा व पत्रिका के प्रबंधक अभिषेक पंचोली ने शिक्षकों को सम्मानित किया।


आचरण से सीखते हैं युवा: कलक्टर
कार्यक्रम में जिला कलक्टर सीआर मीणा ने कहा कि यहां के शिक्षकों ने जिस पवित्र भाव से सरकारी व निजी स्कूलों को आगे बढ़ाने का काम किया है वह काफी सराहनीय है। जिला कलक्टर ने कहा कि गुरु के आचरण से युवा पीढ़ी सीख लेती है। संस्कारों पर आगे बढ़ाना होगा।

गुरु महिमा के अलग-अलग नजारे और जज्बे से बदले सरकारी व निजी स्कूलों के हालातों से रूबरू होती शिक्षानगरी। संघर्ष की प्रेरणादायक कहानियों पर तालियों की गूंज।

डोटासरा ने बढ़ाया शिक्षकों का हौसला
शिक्षा राज्यमंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा ने फोन के जरिए कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के दम पर शेखावाटी ने पूरी दुनिया में अपना नाम रोशन किया है। यहां के शिक्षकों के नवाचार पूरे प्रदेश के लिए नई राह दिखाते है।


बढ़ाया नामांकन किसी ने बदली सूरत
कार्यक्रम में सम्मानित होने वाले शिक्षकों ने अपने दम पर सरकारी स्कूलों की सूरत बदली है। किसी ने घटते नामांकन को बढ़ाने का बीड़ा लिया तो 170 से 590 तक पहुंचा दिया। कई शिक्षकों ने अपने वेतन से लाखों खर्च कर भामाशाहों को प्रोत्साहित किय तो सरकारी स्कूलों में भी निजी जैसी सुविधाएं बच्चों को मिलने लगी। निजी स्कूल के शिक्षकों ने परिणाम के दम पर सीकर को अग्रिम पक्ति में खड़े करने का काम किया।

गुरु महिमा के अलग-अलग नजारे और जज्बे से बदले सरकारी व निजी स्कूलों के हालातों से रूबरू होती शिक्षानगरी। संघर्ष की प्रेरणादायक कहानियों पर तालियों की गूंज।

नए दौर में बदली हैं जिम्मेदारी: डॉ. सुण्डा
प्रिंस एज्युकेशन हब के निदेशक डॉ. पीयूष सुण्डा ने कहा कि नए दौर में शिक्षकों की जिम्मेदारी बदली है। पहले जहां युवा अभ्यास के दम पर आगे बदने की ललक रखते थे। लेकिन अब युवाओं के पास नए-नए संसाधन है। इस कारण शिक्षकों की चुनौती है कि उनको अपडेट रहना होगा। उन्होंने प्रिंस एज्युकेशन हब के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अतिथियों का स्वागत प्रबंधक राजेश ढिल्लन व रमाकांत स्वामी ने किया। संचालन महेन्द्र रणवां व राघवेन्द्र सिंह ने किया।


कार्यक्रम में इनका हुआ सम्मान
कार्यक्रम में उद्घोषक व सेवानिवृत्त शिक्षक नूर मोहम्मद पठान, ग्रामीण शिक्षण संस्थान के संस्थापक चैनसिंह आर्य, प्रधानाचार्य अरविन्द भास्कर, अध्यापक ताराचंद मीणा, वरिष्ठ अध्यापक विनीत डोटासरा, स्काउट सीओ बसंत लाटा, हरिराम फोगावट, अध्यापिका संजू मोर्य, राजकीय यूपीएस तेतरवालों की ढाणी, सेवानिवृत्त प्रोफेसर श्रीराम झूरिया, अध्यापिका अनिता चौधरी, व्याख्याता सरोज लोयल, वरिष्ठ अध्यापक बाबूलाल यादव, प्रधानाचार्य रामकिशन राव, प्रधानाध्यापक गुरुदत्त शर्मा, अध्यापिका सरिता कुमारी, वरिष्ठ अध्यापक रामवतार भदाला, प्राचार्य चन्द्रशेखर कौशिक, व्याख्याता सुभाष महला, वरिष्ठ अध्यापक मनोज कुमार शर्मा, मदनलाल गढ़वाल, वरिष्ठ अध्यापक विद्याद्यर जाखड़, अध्यापिका अर्चना भास्कर, वरिष्ठ अध्यापक जाकिर अली, व्याख्याता राजकुमार शर्मा, वरिष्ठ अध्यापक सुबोध कुमार सिसोदिया, अध्यापक सुरेश ओला, प्रधानाध्यापक फूलचंद, प्रधानाचार्य श्रीराम बगडिय़ा, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हर्ष के प्रधानाचार्य सुरेन्द्र कुमार, व्याख्याता भूगोल राघवेन्द्र सिंह, गोपाल मंडीवाल, धर्मेन्द्र शर्मा, आश माथुर, रामनिवास, सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य सुरेन्द्र सिंह फेनिन, प्रधानाचार्य ओमप्रकाश रणवां, प्रबोधक झाबर सिंह, अध्यापिका सज्जना, वरिष्ठ शिक्षिका अर्चना कंवर, सजना देवी कोछोर, अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी धोद दिनेश पुरोहित, उप प्राचार्य डॉ. आलोक कुमार, वरिष्ठ अध्यापक अमित कुमार, अध्यापिका सुनीता डोटासरा, विशेष शिक्षक तरुण दुबे, ममता वर्मा, व्याख्याता महेन्द्र सिंह बोहरा, शिल्पा चौकडिक़ा, प्रधानाचार्य रतन कुमार जागावत, चोखाराम बुरडक़, प्राध्यापक डॉ. चेतन जोशी, अध्यापिका सुमन शर्मा, सेवानिृत्त खेल अधिकारी भंवर सिंह शेखावत, वरिष्ठ अध्यापक दिनेश कुमार मारवाल, एपीएस वासुदेव जाखड़, व्याख्याता जनाब अहमद व ओमप्रकाश सहित अन्य का सम्मान हुआ।

गुरु महिमा के अलग-अलग नजारे और जज्बे से बदले सरकारी व निजी स्कूलों के हालातों से रूबरू होती शिक्षानगरी। संघर्ष की प्रेरणादायक कहानियों पर तालियों की गूंज।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से मोहा मन
कार्यक्रम में प्रिंस स्कूल के विद्यार्थियों ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति देकर गुरुजनों के साथ दर्शकों का मन मोह लिया। स्कूल के बैण्ड ने सुरमयी अंदाज के साथ जोशीले अंदाज में अनुशासन के साथ कदमताल किया। सम्मानित होने वाले शिक्षकों ने राजस्थान पत्रिका व प्रिंस एकेडमी की पहल को खासा सराहा।

Home / Sikar / समाज में जगाई शिक्षा की अलख,पत्रिका ने किया इन प्रेरणा स्रोत हस्तियों का सम्मान

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो