चाचा के घर छिपे थे आरोपी
जानकारी के अनुसार घटना के बाद सोमदत विक्रम के साथ अपने चाचा के घर चला गया था। जहां आरोपी के होने की सूचना पर पुलिस ने उनका पीछा करना शुरू कर दिया। इस पर आरोपी कार सहित एक जगह से दूसरी जगह भागते फिरे। बाद में बड़ी मुश्किल से पुलिस ने उन्हें घेरकर दबोच लिया। एसपी प्रीतिचन्द्रा ने कहा कि आरोपियों को पकडऩे में टीम वर्क महत्वपूर्ण रहा। डीएसटी प्रभारी सुभाष बिजारणिया, बज्जू सीआई नरेश निर्वाण, सेरूणा थानाधिकारी रामचन्द्र ढाका, हेड कॉन्स्टबल दीपक यादव व कांस्टेबल वासु देव व सवाई सिंह की ऑपरेशन में अहम भूमिका रही।
ये था मामला
जयपुर कमिश्नरेट में तैनात सीआई नरेंद्र सिंह, हैड कांस्टेबल मनेंद्र के साथ सोमवार देर रात जयपुर से सीकर आ रहे थे। निजी वाहन में दोनों सादा वर्दी में थे। इस बीच देर रात करीब दो बजे वे गोरिया के पास श्री रोहित होटल एंड फेमिली रेस्टोरेंट पर रुके थे। यहां सीआई नरेंद्र सिंह शौचालय की तरफ चले गए। इसी बीच पीछे से मास्क पहनकर आए दो बदमाशों ने चालक मनेंद्र से गाड़ी की चाबी मांगी। नहीं देने पर बदमाशों ने पहले हवा में फायरिंग की और फिर हैडकांस्टेबल के पेट में गोली मार दी। घटना में हैडकांस्टेबल मनेंद्र घायल हो गया। बाद में चाबी छीनकर आरोपी गाड़ी लूटकर ले गए। घटना के बाद हैडकांस्टेबल को सीकर के कल्याण अस्पताल ले जाया गया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद उसे जयपुर रैफर कर दिया गया। वारदात की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सहित आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। नाकाबंदी कर पुलिस की अलग अलग टीम बनाकर आरोपियों की तलाश शुरू की गई। पुलिस को घटना स्थल से गोली के दो खोल भी बरामद हुए थे। जिसके बाद से पुलिस दिन रात आरोपियों की तलाश में जुटी थी।