मंदिर में की थी शादी
श्रीमाधोपुर के कोलवा निवासी नानगराम मीणा पुत्र सुखदेव मीणा ने पुलिस में इस्तगासे से रिपोर्ट दी है। जिसमें बताया कि उसके भाई के जयपुर के शाहपुरा तहसील के बिशनगढ़ निवासी समधी बाबूलाल मीणा ने उससे बेटे ओमप्रकाश की शादी एक गरीब परिवार में करवाने की बात कही थी। जिसके लिए ढाई लाख रूपये लगने की बात कही। इनमें एक लाख रुपए उन्हें बिशनगढ़ जाकर दे दिए गए। इस दौरान बाबूलाल का बेटा जीतू व बेटे का साढू गोरधन उर्फ गोधा मीणा भी वहां थे। वापस लौटने के दो दिन बाद गोरधन ने फोन कर उन्हें शादी के लिए दौसा बुला लिया। जहां एक होटल में बाबूलाल के सामने गोरधन को डेढ लाख रुपए और देने पर उन्होंने उसके बेटे ओमप्रकाश की अंजू नाम की लड़की से मंदिर में शादी करवा दी। जिसके बाद सभी अपने गांव वापस आ गए। आरोप है कि शादी के तीसरे दिन ही अंजू रात को तीन बजे पेशाब करने के बहाने उठी और घर से फरार हो गई। जिसके बाद वापस नहीं लौटी।
सास के गहने लेकर हुई फरार, पुलिस पर असयोग का आरोप
पीडि़त नानगराम ने रिपोर्ट में बताया है कि आरोपी दुल्हन शादी में उसकी पत्नी के दिए मंगलसूत्र, पायजेब और कान के गहने सहित अन्य आभूषण भी साथ ले गई। आरोप है कि बाबूलाल व गोरधन ने षडय़ंत्रपूर्वक उन्हें फंसाकर ठगी का शिकार बनाया है। जिनके खिलाफ श्रीमाधोपुर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई तो पुलिस ने रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की। जिसके बाद मामले की शिकायत एसपी को की गई। बाद में कोर्ट में इस्तगासा दर्ज करवाया गया। जिसके आधार पर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर अब मामले की जांच शुरू की है।