सरपंच जयराम ने बताया कि उनकी गांव में ही फार्म हाउस की पुश्तैनी जमीन है। जिस पर बरसों से उनका परिवार रह रहा है। रात करीब सवा दस बजे उनके माता- पिता व बच्चे वहां मौजूद थे। इसी दौरान करीब सवा दस बजे श्योपाल गढवाल, मुकेश, ओमप्रकाश, चरणसिंह मुवाल अन्य लोगों के साथ सफेद केंपर व बाइक पर सवार होकर आए। जिन्होंने आते ही गालियां निकालना शुरू कर दिया और कैंपर से टक्कर मारते हुए फार्म हाउस का दरवाजा तोड़ दिया। जब परिजन बाहर निकले तो गालीगलौच करते हुए पथराव किया। जिसमें परिजन बाल- बाल बचे। सरपंच जयराम का आरोप है कि आरोपी उसकी पुश्तैनी जमीन हड़पना चाहते हैं। जिसे लेकर कोर्ट में भी वाद दायर है।
सरपंच जयराम ने पुलिस पर भी आरोपियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है। सरपंच का कहना है कि आरोपी पहले भी उसे व परिवार को जान से मारने की धमकी दे चुके हैं। जिसे लेकर पुलिस को शिकायत की गई। लेकिन, आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। रात को भी फार्म हाउस पर हमले के बाद एसएचओ से संपर्क साधा तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। ऐसे में एसपी को फोन किया। जिसके बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे।
सरपंच ने बताया कि आरोपी घटना के बाद भी दबंगई दिखाते रहे। रातभर में वे तीन बार लौटकर आए और गालीगलौच करते रहे। जिसे लेकर पुलिस भी को भी दुबारा बुलाया। सरपंच ने बताया कि उन्हें आरोपियों से जान का खतरा है। ऐसे में उन्हें व परिवार को सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए।