एक मुर्दा….9 मीटर कफन बकौल विजयसिंह एक मुर्दे के लिए नौ मीटर कफन लगता है। पहले कभी कभार नौ मीटर की जगह 18 मीटर कपड़ा काटना पड़ता था, लेकिन इन दिनों हर रोज 90 से 110 मीटर कपड़ा काट रहे हैं। ये कपड़ा काटते हुए दिल रो पड़ता है।
रामलीला मैदान के पीछे स्थित धर्माणा के लंबे चौड़े मैदान में इन दिनों लकडिय़ों का अंबार लगा है। यहां के संचालक कैलाश तिवाड़ी का कहना है कि अमूमन यहां महीने के 5 से 7 पार्थिव शरीरों के लिए लकडिय़ों का अतिरिक्त इंतजाम करके रखते थे, लेकिन इन दिनों अधिक संख्या में पार्थिव देह आ रहीं है। लिहाजा धर्माण परिसर में इस समय करीब ढाई लाख किलो लकडिय़ों का अतिरिक्त भंडार कर रखा है।
सीकर…महज 9 दिन…और 76 मौतें तारीख – मौतें
1 मई-9 2 मई-12
3 मई-9 4 मई-9
5 मई-3 6 मई-8
7 मई-6 8 मई-10
9 मई-10