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शिक्षा नगरी में हरियाणा की ऐंट्री से अपराध को पनाह की सुगबुगाहट

locationसीकरPublished: Aug 11, 2022 08:42:25 pm

Submitted by:

Devendra

हरियाणा के युवक का अपहरण के बाद सकते में पुलिस. पुलिस को नहीं पता कौन, कहां रह रहा है, सत्यापन की कार्रवाई कमजोर.विद्यार्थियों के बाद अब छात्रावासों का संचालन कर रहे हैं हरियाणा के लोग

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देवेन्द्र शर्मा ‘शास्त्रीÓ
सीकर. कोरोना के बाद मजबूती से उभरी शिक्षा नगरी सीकर में इस बार पड़ौसी राज्य हरियाणा की धमाकेदार ऐंट्री हो गई है। इंजीनियरिंग और मेडिकल में देशभर में पहचान बना चुके सीकर में हरियाणा के छात्र पढ़ाई के लिए तो पहले से आते रहे हैं, लेकिन इस बार छात्रावास संचालक के रूप में भी हरियाणा के लोगों ने धाक जमा ली है। कोरोना के बाद शहर के पिपराली रोड और नवलगढ़ रोड पर इस वर्ष 100 अधिक नए छात्रावास खुले हैं। जानकारों का मानना है कि तीस फीसदी छात्रावासों को हरियाणा के लोगों ने किराया पर लेकर संचालन करना शुरू कर दिया है। यह लोग कारोबार के लिए यहां आए हैं, लेकिन इनके साथ अपराधियों को पनाह मिलने की आशंका भी बढ़ गई है। पांच दिन पहले आपसी रंजिश को लेकर हरियाणा के युवक का हरियाणा के अपराधियों की ओर से किए गए अपहरण ने पुलिस को सकते में डाल दिया। राहगिर की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची तो किसका…कौन…अपहरण कर ले गया। यह बताने वाला भी कोई नहीं था। यह तो गनीमत रही कि पुलिस ने गाड़ी के नंबर के आधार पर युवक को मुक्त करवा कर एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। वरना यह वारदात पुलिस के बड़ी पहेली बन जाती। वजह है कि पुलिस के पास छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों के बारे सूचना तो दूर छात्रावास संचालकों के बारे में भी कोई जानकारी नहीं है। पुलिस की ओर से इस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के चरित्र सत्यापन के लिए बड़े दावे तो किए गए, लेकिन यह दावे संशाधनों के अभाव में फिसड्डी ही साबित हुए।
कागजों में सिमटें पुलिस और प्रशासन के दावे
शिक्षा क्षेत्र में विस्तार के बाद बढ़ती दाखिले की दौड़ में यहां के पुलिस और प्रशासन ने छात्रावासों में रहने वाले लोगों के चरित्र सत्यापन को लेकर कई बार दावे किए। निजी शिक्षण संस्थान व कोचिंग संचालकों की बैठकें बुलाकर दिशा-निर्देश भी जारी किए गए। लेकिन यह प्रयास अभी तक कागजों में ही रहे। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि लोगों ने घरों में छात्रावास बना रखे हैं। इनके मालिक और संचालक सत्यापन के लिए गंभीर नहीं है। संबंधित थाने के पास संख्या के हिसाब से नफरी की कमी है। ऐसे में जिला स्तर पर कार्ययोजना बनाकर इसे अभियान के रूप में शुरू किया जाए तभी पुलिस के पास रिकॉर्ड संग्रहित हो सकता है।
जांच तक सिमटी रही कहानी
छात्रावास में रहने वालों के पास अपराधियों के पनाह लेने की कहानी पुलिस के पास कई बार आई, लेकिन यह कहानी मामले की जांच तक ही सिमटी रही। शहर के सोना कारोबारी से 50 लाख के सोने की लूट में सामने आया था कि हरियाणा के अपराधियों ने सीकर में जयपुर रोड पर रहने वाले छात्र के पास ही ना केवल पनाह ली थी, बल्कि उसे लालच देकर वारदात के लिए भी तैयार किया था। वारदात को अंजाम देने के बाद भी लुटेरे छात्र के पास ही गए थे। इसके अलावा भी कई मामलों में पुलिस की जांच में सामने आ चुका है कि अपराधियों ने छात्रावासों में रहने वाले छात्रों के पास पनाह ली है।
अर्थव्यवस्था की धुरी को बचना सबकी जिम्मेदारी
सीकर की अर्थव्यवस्था की धुरी शिक्षण संस्थाएं ही है। कोरोना के बाद शैक्षिक सत्र के पटरी पर आने से शहरवासियों में भी काफी उत्साह है। इसकी वजह यह है कि सीकर कॅरियर के साथ केयर सिटी भी बन रहा है। यहां की शिक्षण संस्थाओं के साथ शहर का माहौल काफी अलग है, लेकिन इस अर्थव्यवस्था को बनाए रखने की जिम्मेदारी सभी की है।
इसलिए देशभर से विद्यार्थी आते हैं सीकर
इंजीनियरिंग व मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के साथ प्रतियोगी परीक्षाओं के परिणाम के मामले में सीकर ने पिछले सालों में देशभर में पहचान बनाई है। एक्ससपर्ट का कहना है कि इस वजह से पिछले 15 सालों में सबसे ज्यादा विद्यार्थी यहां पढ़ाई के लिए आने लगे हंै। इंजीनियरिंग के साथ मेडिकल क्षेत्र में कॅरियर बनाने वाले युवाओं की पहली पसंद सीकर बन रहा है। वहीं आरएएस, प्रथम श्रेणी व्याख्याता, द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती, रीट, बैकिंग, एनडीए सहित अन्य भर्तियों के बेहतरीन परिणाम की वजह से भी सीकर पूरे प्रदेशभर में चमका है। खास बात यह है कि कई राज्यों के विद्यार्थी यहां सीटेट, बैकिंग व विवि की कॉमन परीक्षा सहित अन्य भर्तियों की तैयारी के लिए भी यहां पहुंचने लगे हैं।
शेखावाटी का हरियाणा-पंजाब से अपराध का पुराना नाता
शेखावाटी अंचल के सीकर, झुंझुनूं और चूरू जिले का हरियाणा के अपराधियों से पुराना नाता है। गैंगवार की स्थिति देखी जाए तो यहां के अपराधियों का फरारी का अड्डा हरियाणा और पंजाब ही रहा है। वहां के अपराधी भी फारारी काटने के लिए यहां आते रहे हैं। अंचल के खाटूश्यामजी और सालासर की धर्मशालाओं में भी कई बार हरियाणा के अपराधी गिरोह ने पनाह ली है। कई अपराधी यहां से पकड़े भी गए हैं। ऐसे में हरियाणा की गैंगवार को यहां आश्रय मिलने की आशंका जताई जा रही है। दूसरा यहां पर नशे का कारोबार पनपने की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
छात्रावास में रहने वाले लोगों के लगातार सत्यापन किया जा रहा है। घरों में छात्रावास चलाने वाले लोगों को पुलिस की ओर से इसके लिए पाबंद भी किया गया है। सत्यापन के इस अभियान में पुलिस की ओर से तेजी लाई जाएगी। कुंवर राष्ट्रदीप, पुलिस अधीक्षक, सीकर
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