त्योहारी सीजन फिर भी गाइड लाइन नहीं
प्रदेश में इस समय खरीफ की अगेती फसलों की थ्रेसिंग हो रही है। अक्टूबर माह में त्योहार होने के कारण किसान भी जल्द ही अपनी उपज को बेचना चाहते हैं लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीद प्रक्रिया की किसी प्रकार की गाइड लाइन नहीं होने से इन किसानों की मुसीबत बढ़ती जा रही है। किसानों को एक बार फिर साहूकारों के चंगुल में फंसना पडेग़ा। खरीद एजेंसी ने अभी तो क्रय विक्रय समिति से एसएसओआईडी मांगी है ऐसे में खरीद नवम्बर के प्रथम सप्ताह तक शुरू होने की उम्मीद है।
प्रदेश में इस समय खरीफ की अगेती फसलों की थ्रेसिंग हो रही है। अक्टूबर माह में त्योहार होने के कारण किसान भी जल्द ही अपनी उपज को बेचना चाहते हैं लेकिन समर्थन मूल्य पर खरीद प्रक्रिया की किसी प्रकार की गाइड लाइन नहीं होने से इन किसानों की मुसीबत बढ़ती जा रही है। किसानों को एक बार फिर साहूकारों के चंगुल में फंसना पडेग़ा। खरीद एजेंसी ने अभी तो क्रय विक्रय समिति से एसएसओआईडी मांगी है ऐसे में खरीद नवम्बर के प्रथम सप्ताह तक शुरू होने की उम्मीद है।
सीकर क्रय विक्रय सहकारी समिति
– कृषि उपज मंडीश्रीमाधोपुर
– कृषि उपज मंडीनीमकाथाना
– कृषि उपज मंडी
दांतारामगढ क्रय विक्रय समिति
कृषि उपज मंडी पलसाना
लक्ष्मणगढ
फतेहपुर
समर्थन मूल्य पर मूंग और मूंगफली की खरीद को लेकर किसी प्रकार की गाइड लाइन नहीं आई है। एक नवम्बर से मूंग और मूंगफली की खरीद सात नवम्बर से की जाएगी।
महेन्द्रपाल सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सीकर क्रय विक्रय समिति
– कृषि उपज मंडीश्रीमाधोपुर
– कृषि उपज मंडीनीमकाथाना
– कृषि उपज मंडी
दांतारामगढ क्रय विक्रय समिति
कृषि उपज मंडी पलसाना
लक्ष्मणगढ
फतेहपुर
समर्थन मूल्य पर मूंग और मूंगफली की खरीद को लेकर किसी प्रकार की गाइड लाइन नहीं आई है। एक नवम्बर से मूंग और मूंगफली की खरीद सात नवम्बर से की जाएगी।
महेन्द्रपाल सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सीकर क्रय विक्रय समिति