सीकरPublished: Mar 02, 2019 01:56:11 am
Kailash
हाईटेंशन करंट ने बरपाया कहर, किसान की तोड़ दी कमर
हाईटेंशन करंट ने बरपाया कहर, किसान की तोड़ दी कमर
कांवट. कस्बे के अंबिका माता मंदिर के पास नीचे झूल रही हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से एक ऊंट की मौके पर ही मौत हो गई। अजमेर जिले के बवली गुढ़ा निवासी ऊंट मालिक नन्दाराम गुर्र्जर ने बताया कि वह भेड़ व ऊंट चराने का काम करता है। नन्दाराम शुक्रवार को भेड़ व ऊंट चराने के लिए जा रहा था। इसी दौरान उधर से गुजर रही हाईटेंशन विद्युत लाइन की चपेट में आने से एक ऊंट की मौके पर ही मौत हो गई। इस हाईटेंशन लाइन के तार काफी ढीले है और जमीन से थोड़ी ऊंचाई पर ही है। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस व विद्युत विभाग के अधिकारी ने मौका मुआवना किया। बाद में ऊंट का पशु चिकित्सक मनोज यादव ने मौके पर ही पोस्टमार्टम किया। ऊंट मालिक ने विद्युत निगम के खिलाफ लापरवाही की पुलिस में रिपोर्ट दी है। नीचे तक झुल रही इस लाइन की चपेट में आने से पूर्व में भी कई पशुओं की मौत हो चुकी है। हालांकि इस लाइन का पिछले ३-४ साल से कोई उपयोग नहीं हो रहा है। इसके बावजूद भी इस लाइन में हाईटेंशन का करंट दौड़ रहा है। ग्रामीण इसकी शिकायत कई बार उच्च अधिकारियों को भी कर चुके हैं। लेकिन इसके बाद भी जिम्मेदार इस लाइन में विद्युत प्रवाह को बंद नहीं कर रहे। विद्युत निगम को इस लाइन में हो रही विद्युत सप्लाई को बंद करे या फिर लाइन को ऊंची करे। जिससे आगे कोई हादसा नहीं हो।
२५ सितंबर २०१६ को एक होटल की छत पर निर्माण करते समय गढ़ी जुगलपुरा निवासी २१ वर्षीय मजदूर ताराचंद वर्मा भी इसी लाइन के संपर्क में आने से गंभीर रूप से घायल हो गया था। बाद में उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
इनका कहना है
मुझे हादसे की जानकारी नहीं है। इस हाईटेंशन लाइन का कोई उपयोग नहीं है। लाइन से कोई छेड़छाड़ न हो या लाइन चोरी ना हो जाए, इसीलिए लाइन में सप्लाई चालू रखी जाती है।
जितेन्द्र सिंह जेईएन, अविविनिलि कांवट
आठ इ-मित्रों की जांच कर जुटाए डाटा
खंडेला. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत ई मित्र संचालकों द्वारा की जा रही खुली लूट को लेकर राजस्थान पत्रिका के शुक्रवार के अंक में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में खुली लूट नामक शीर्षक खबर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद विभाग हरकत में आया। सूचना एवं प्राद्योगीकी विभाग के प्रोग्रामर भोलाराम के नेतृत्व में एक टीम ई मित्रों पर जांच करने पहुंची। प्रोग्रामर भोलाराम ने बताया कि टीम द्वारा शुक्रवार को आठ ई मित्रों की जांच की गई है तथा शेष ई मित्रों की जांच जारी है। जांच में जिन ई मित्रों से इस योजना के तहत सत्यापन किए गए हैं, उनकी सूची व आवश्यक डाटा की जानकारी उनके ई मित्र से ले ली गई है। इन्होंने बताया कि सभी ई मित्रों से आवश्यक जानकारी जूटाकर उसकी जांच की जाएगी और जो दोषी ई मित्र संचालक है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जांच के दौरान प्रोग्रामर ने माना की ई मित्र संचालकों ने निर्धारित शुल्क से ज्यादा शुल्क ही लोगों से वसूला है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों का ई मित्र के माध्यम से सत्यापन होना है।
इस सत्यापन के लिए सरकार द्वारा २५ रूपये की शुल्क निर्धारित की गई थी पर ई मित्र संचालकों ने खुली लूट मचा रखी थी ओर किसानों से इस सत्यापन के डेढ़ से दो सौ रुपए वसूल रहे थे।