सीकरPublished: Mar 18, 2023 10:42:58 am
Mukesh Kumawat
कर/नीमकाथाना. नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग को लेकर 70 वर्ष से कई तरह के जतन करते आ रहे क्षेत्रवासियों के संघर्ष की शुक्रवार को जीत हो गई। कस्बेवासियों ने राज्य सरकार का शुक्रिया जताया है। राजस्थान पत्रिका का अभियान नीमकाथाना बने जिला व विधायक सुरेश मोदी की जयपुर तक पैदल मार्च का प्रण पूर्णतया सफल हो गया।
सीकर/नीमकाथाना. नीमकाथाना को जिला बनाने की मांग को लेकर 70 वर्ष से कई तरह के जतन करते आ रहे क्षेत्रवासियों के संघर्ष की शुक्रवार को जीत हो गई। कस्बेवासियों ने राज्य सरकार का शुक्रिया जताया है। राजस्थान पत्रिका का अभियान नीमकाथाना बने जिला व विधायक सुरेश मोदी की जयपुर तक पैदल मार्च का प्रण पूर्णतया सफल हो गया। अपने हक को लेकर जनप्रतिनिधियों से लेकर आमजन 1952 से अब तक के सफर के बीच धरना प्रदर्शन से लेकर आमरण अनशन तक किया। सबसे पहले वर्ष 1952 में प्रथम विधायक रहे कपिल देव मोदी ने विधानसभा में प्रस्ताव भेजा था। 1986 में ओमप्रकाश सांई ने जिला बनाने का प्रचार शुरू किया। 1997 में पूर्व विधायक दिवंगत मोहनलाल मोदी ने जिले का मुद्दा उठाया। 2003 में झुंझुंनू की पूर्व विधायक सुमित्रा ने धरने पर बैठे सांई को आश्वसन देकर उठाया था। 2006-07 में दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा ने सभा की उस दौरान भी जिले का मुद्दा उठा। वर्ष 2006 में पूर्व सांसद दिवंगत किशन मोदी ने जिला बनाने पर सरकार को जमीन व पैसे देने का वादा किया था। वही वर्षो से विधायक सुरेश मोदी इस मांग को विधानसभा में उठाते आ रहे है।