राज्य बजट में प्रदेश के सभी ब्लॉक मुख्यालयों पर एक-एक अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोलने की घोषणा हो सकती है। इससे खासकर ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों का अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढऩे का सपना साकार हो सकेगा। प्रदेशभर में 167 से अधिक अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुलने की पूरी उम्मीद है। वहीं पिछले साल शुरू हुए अंग्रेजी माध्यम स्कूलों को संसाधन बढ़ोतरी के लिए बजट मिल सकता है।
पर्यटन सर्किट शेखावाटी का पुराना हक
शेखावाटी में धार्मिक पर्यटन की अपार संभावना है। शेखावाटी को पर्यटन सर्किट मिलने से भक्तों की राह और आसान होगी। केन्द्र सरकार को भी शेखावाटी पर्यटन सर्किट की डीपीआर भिजवाई थी। इस योजना में बजट में मंजूरी मिलती है तो यहां के धार्मिक व पर्यटन महत्व के विभिन्न स्थानों का विकास हो सकेगा।
गोविन्द सिंह डोटासरा, शिक्षा राज्य मंत्री
——————————– और सीकरवासियों की यह उम्मीद
-शेखावाटी विवि में सुविधा बढ़ोतरी के लिए विशेष पैकेज -पांच उपखंड मुख्यालयों पर सरकारी कॉलेज
-कुम्भाराम लिफ्ट पेयजल परियोजना के लिए बजट -कामकाजी महिला छात्रावास
-सीकर मेडिकल कॉलेज व दो स्थानों पर ट्रोमा सेंटर
——————————– और सीकरवासियों की यह उम्मीद
-शेखावाटी विवि में सुविधा बढ़ोतरी के लिए विशेष पैकेज -पांच उपखंड मुख्यालयों पर सरकारी कॉलेज
-कुम्भाराम लिफ्ट पेयजल परियोजना के लिए बजट -कामकाजी महिला छात्रावास
-सीकर मेडिकल कॉलेज व दो स्थानों पर ट्रोमा सेंटर
-तीन कॉलेजों में संकाय व विषय बढ़ोतरी
-जिले के 17 प्रमुख मार्गो पर नई सड़कों के निर्माण के लिए बजट -दो नए प्रशासनिक कार्यालय
-जिला मुख्यालय पर एडीएम सिटी का अलग से पद -युवाओं के लिए निशुल्क कोचिंग
-जिले के 17 प्रमुख मार्गो पर नई सड़कों के निर्माण के लिए बजट -दो नए प्रशासनिक कार्यालय
-जिला मुख्यालय पर एडीएम सिटी का अलग से पद -युवाओं के लिए निशुल्क कोचिंग
किसानों व बेरोजगारों की योजनाओं का दायरा बढऩे की आस पिछले बजट में सरकार ने किसानों के लिए कर्जामाफी व बिजली बिलों में सब्सिड़ी सहित अन्य योजनाओं की घोषणा की थी। इस बजट में मंडी में सुविधा बढ़ाने के साथ कर्जामाफी की योजना का दायरा बढ़ सकता है। इसके अलावा बेरोजगारी भत्ते की योजना में बदलाव होने की उम्मीद है। इससे भी शेखावाटी के युवाओं को काफी फायदा मिलेगा।
महिलाओं के लिए प्रशिक्षण केन्द्रों की मांग
शेखावाटी की महिलाओं को बजट में स्वरोजगार के लिए पांच नए प्रशिक्षण संस्थान खुलने की आस है। पिछले बजट में सरकार ने महिला स्वयं सहायता समूह के लोन के दायरे को बढ़ाया था। ऐसे में इस बजट में प्रशिक्षण केन्द्र खोलने की घोषणा हो सकती है।
सात अधूरे प्रोजेक्ट को बजट नहीं तो विकास होगा बेपटरी सीकर.कांग्रेस सरकार के पहले बजट में सीकर की झोली खाली रहने से कई योजनाओं पर ब्रेक लग गया है। एक्सपर्ट का कहना है कि यदि इस बजट में इन प्रमुख योजनाओं को बजट नहीं मिला तो विकास की गाड़ी पूरी तरह बेटपरी हो जाएगी। जिले की सबसे बड़ी समस्या ड्रेनेज सिस्टम है। सीवरेज व ड्रेनेज सिस्टम के लिए सीकर जिले के पांच प्रमुख प्रोजेक्टों को लगभग 900 करोड़ का बजट चाहिए। लेकिन पिछली बार महज दो कस्बों की योजनाओं के लिए बजट मिला था। ऐसे में यदि इस बार भी बजट नहीं मिला तो परेशानी और बढ़ जाएंगी। इसके अलावा इन योजनाओं की लागत भी कई गुणा बढ़ेगी।
मंजूरी के अभाव में कई प्रोजेक्टों की लागत दोगुनी सरकार के समय पर प्रोजेक्टों को बजट स्वीकृत नहीं किए जाने की वजह से कई प्रोजेक्टों की लागत दोगुना से भी ज्यादा हो गई है। इसमें मुख्य तौर पर कुम्भाराम लिफ्ट पेयजल परियोजना, नवलगढ़ पुलिया फोरलेन व सीकर में प्रस्तावित ऑडिटोरियम है।